script32 गार्डों को हर माह 2.40 लाख का भुगतान और सीसीटीवी भी लगे, फिर भी मंडी में रोज हो रहीं चोरियां | Question on security | Patrika News
अशोकनगर

32 गार्डों को हर माह 2.40 लाख का भुगतान और सीसीटीवी भी लगे, फिर भी मंडी में रोज हो रहीं चोरियां

सुरक्षा पर सवाल: मंडी में अनाज से भरी बोरियां चुराकर भागे चार चोर, दौड़कर किसान दो को पकड़ सके। – किसान की नजर हटते ही ट्रॉलियों से चोरी हो जाता है क्विंटलों अनाज, मंडी में रातभर जागकर अपने अनाज की रखवाली करते हैं किसान और दिन में भी रखना पड़ती है नजर। – व्यापारी बोले रोजाना हो रहीं चोरियां, चोर पकड़ में नहीं आते इसलिए अब वारदात हो पाने पर रिपोर्ट भी नहीं करते।

अशोकनगरMar 17, 2019 / 10:00 am

Arvind jain

news

32 गार्डों को हर माह 2.40 लाख का भुगतान और सीसीटीवी भी लगे, फिर भी मंडी में रोज हो रहीं चोरियां



अशोकनगर. सुरक्षा के लिए कृषि मंडी में 32 गार्ड तैनात हैं, जिन्हें हर महीने मंडी प्रबंधन 2.40 लाख रुपए भुगतान करता हैं। इसके अलावा ऑनलाइन नजर रखने लाखों रुपए के सीसीटीवी भी लगे हुए हैं। फिर भी मंडी में रोजाना चोरी की वारदातें हो रही हैं। हालत यह है कि किसान की नजर हटते ही ट्रॉलियों से दिन में ही अनाज चोरी हो जाता है। शनिवार को भी एक किसान की ट्राली से चार चोर सरसों से भरी चार बोरियां चोरी कर भाग गए, किसानों ने करीब एक हजार फिट तक पीछा कर दो चोरों को तो पकड़ लिया लेकिन दो अन्य चोर भागने में सफल रहे। बाद में किसानों ने उन चोरों की जमकर मारपीट की और पुलिस के हवाले कर दिया। इससे मंडी में सुरक्षा के नाम पर खर्च की जा रही राशि पर सवाल उठने लगे हैं।
क्षेत्र के नंदनाई गांव निवासी किसान पहलवानसिंह शनिवार को सरसों बेचने के लिए मंडी पहुंचे और नीलामी बोली के लिए अपनी ट्राली को लाइन में खड़ा किया। तभी पीछे से चार युवक सरसों से भरी चार बोरियां ट्राली से चुराकर कंधो पर रखकर भागे। किसानों ने पीछा कर दो चोरों को पकड़ लिया, लेकिन दो चोर भा गए। पकड़े गए दोनों चोरों की पहले तो किसानों ने जमकर मारपीट की और खुद ही उन्हें पकड़कर मंडी कार्यालय पहुंचे। जहां पर दोनों चोरों को पुलिस के हवाले कर दिया। यह सिर्फ एक दिन का मामला नहीं है, बल्कि रोजाना ही मंडी में किसानों की ट्रालियों और व्यापारियों के फड़ों से अनाज चोरी की वारदातें हो रही हैं। चोरी कर भागते दिखने पर किसान ही दौड़कर उन चोरों को पकड़ते हैं, जबकि मंडी में 32 गार्ड अब तक एक भी चोर को पकड़ सके हैं। नतीजतन किसानों को अपनी फसल की रखवाली करने के लिए जहां रातभर मंडी में जागकर गुजारना पड़ती है, तो वहीं दिन में भी अनाज पर नजर रखना पड़ती है। किसानों का कहना है कि बढ़ती चोरी की वारदातों से परेशान होकर अब उन्हें फसल बेचने आने के लिए अपने साथ गांव या घर से चार-पांच लोगों को साथ लेकर मंडी आना पड़ता है, ताकि फसल की रखवाली कर सकें।
गायब रहते हैं गार्ड और सीसीटीवी भी बंद पड़े-
सुरक्षा के लिए तैनात यह 32 गार्ड मंडी में तो कभी नजर ही नहीं आते हैं, जो मंडी अधिकारियों के घरों पर काम करते रहते हैं तो वहीं कई गार्ड ऑफिस में पानी पिलाने, गुटखा-सिगरेट और चाय लाने व फोटो कॉपी करवाने या ऑफिसियल डाक को अन्य ऑफिसों में पहुंचाने के साथ अधिकारी-कर्मचारियों की खुशामद में लगे रहते हैं। जो मंडी परिसर में न तो दिन में नजर आते हैं और न हीं रात में। वहीं सीसीटीवी कैमरा भी आधे से ज्यादा खराब पड़े हुए हैं। जिनमें से कई कैमरा भी चोरी हो चुके हैं और खंभों पर सिर्फ तार ही लटके दिखते हैं। इसके अलावा मंडी की बाउंड्रीवाल भी जगह-जगह से टूटी पड़ी है।
बाइकों से देते हैं चोरी को वारदात, चोरी का अनाज बेचते भी मंडी में ही-
खास बात यह है कि यह चोर बाइकों से चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं, एक जगह से बाइक पर रखकर अनाज चोरी कर भागते हैं और कुछ दूर पहुंचकर मंडी में ही दुकानदारों को चोरी का अनाज बेच जाते हैं। फिर भी मंडी प्रबंधन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। शनिवार को पकड़े गए एक चोर ने अपना नाम सौरभ भार्गव निवासी गुना बताया और दूसरे चोर ने अपना नाम अमरसिंह निवासी अशोकनगर बताया। साथ ही कहा कि उन्हें तो दो युवक खुद की ट्राली बताकर बोरियां उठाकर ले चलने की बात कहकर लाए थे। हालांकि किसानों का कहना है कि नशे की लत के चलते यह चोर मंडी में वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
स्पीक आउट-
मंडी में वारदातों पर व्यापारियों-किसानों का दर्द-
कुछ दिन पहले मेरे फड़ से ढ़ाई लाख नगदी की चोरी हुई, सीसीटीवी फुटेज भी मिले। लेकिन चोरों को न पुलिस ढूंढ सकी और न हीं मंडी प्रबंधन। मंडी में चोरी की रोज वारदातें हो रही हैं।
मनोजकुमार जैन, व्यापारी
आए दिन व्यापारियों के फड़ों पर चोरी हो रही हैं, करीब 20 दिन पहले सोयाबीन की 25 बोरियां चोरी हो गई। चोर कभी पकड़े नहीं हो पाते, इसलिए शिकायत भी नहीं की।
सुरेशकुमार बांझल, व्यापारी
मंडी में यदि किसान की नजर ट्राली से हटते ही अनाज चोरी हो जाता है। दो दिन पहले ट्राली छोड़ मैं भाव पूछने गया तो ट्राली पर रखी अनाज की बोरी गायब हो गई थी। चोरी की वारदातों से किसान परेशान हैं।
रामकृष्ण राठौर, किसान पारसौल
रात में हमारी गांव के किसान की ट्राली मंडी में लगी थी। अंधेरे का फायदा उठाकर चोर बड़ा कपड़ा लेकर आए और उसमें अनाज भरने लगे, नजर पड़ी तो चोर अनाज छोड़कर भाग गए। रोज चोरी हो रही हैं।
अनिल यादव, किसान ढ़ोडिय़ा
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो