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अशोकनगर

स्वीकृत अंडरब्रिज का आकार बदलने रेलवे इंजीनियरों ने किया निरीक्षण

– इंजीनियरों की टीम ने निरीक्षण कर बनाई रिपोर्ट, कहा बताई गई जगह पर निर्माण करने के लिए लेना पड़ेगी रेलवे के सभी विभागों की सहमति। – राजनीतिक अखाड़ा बना अंडरब्रिज: भाजपा जिलाध्यक्ष बोले चार पहिया वाहनों के निकलने की व्यवस्था न होने पर नहीं करने देंगे निर्माण, कांग्रेस विधायक बोले 15 साल के शासन में क्यों नहीं करा पाए।

अशोकनगरDec 29, 2018 / 08:15 am

Arvind jain

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स्वीकृत अंडरब्रिज का आकार बदलने रेलवे इंजीनियरों ने किया निरीक्षण


अशोकनगर. आवाजाही में शहर की सबसे बड़ी समस्या रेलवे फाटक पर अंडरब्रिज का मुद्दा फिर से शुरू हो गया है। वाय आकार में स्वीकृत अंडरब्रिज को विधायक ने यू आकार में बनाने की मांग की, तो रेलवे के इंजीनियरों की टीम ने आकर आकार बदलने की संभावनाएं तलाशीं। रेलवे इंजीनियरों के मुताबिक निर्माण स्थल और आकार बदलने में जहां लागत तो बढ़ेगी ही, साथ ही रेलवे का रैक पॉइंट काटना पड़ेगा और यार्ड को भी कम करना पड़ेगा। इसके अलावा केबिल आदि भी हटाना पड़ेंगी। इससे जगह बदलने का निर्णय रेलवे के सभी विभागों के निर्णय पर निर्भर रहेगा।
ेरेलवे क्रॉसिंग पर वाय आकार का अंडरब्रिज स्वीकृत है और इसकी टेण्डर प्रक्रिया पूरी हुए भी लंबा समय बीत गया। स्वीकृत अंडरब्रिज की चौड़ाई 3.5 मीटर और ऊंचाई 2.1 मीटर है। इससे यहां से चार पहिया वाहन नहीं निकल सकेंगे और समस्या जस की तस बनी रहेगी। इस पर विधायक जजपालसिंह जज्जी ने डीआरएम से मुलाकात कर अंडरब्रिज का आकार बदलने व चौंडाई बढ़ाने की मांग की थी। डीआरएम के निर्देश पर भोपाल से इंजीनियरों की टीम शुक्रवार को फिर से मौके पर पहुंची। साथ ही यू आकार के अंडरब्रिज निर्माण के लिए जगह और निर्माण की संभावनाएं देखीं। वहीं जगह और आकार बदलने से होने वाले खर्च और रेलवे की दिक्कतों की भी रिपोर्ट तैयार की। यू आकार के अंडरब्रिज के प्रस्ताव अनुसार रेलवे क्रॉसिंग से लाइन के किनारे होते हुए तार वाले बालाजी मंदिर के पास अंडरब्रिज बनेगा और फिर वहां से रैक स्पॉट से होते हुए रास्ता क्रॉसिंग पर खत्म होगाा। इससे रेलवे को अपनी बड़े एरिया में निर्माण करना पड़ेगा। टीम के मुताबिक भौतिक स्थिति को देखकर रिपोर्ट तैयार हो गई है, जिसे डीआरएम को प्रस्तुत किया जाएगा।
इसलिए है अंडरब्रिज की जरूरत-
एफओबी का निर्माण होने के बाद रेलवे ने फाटक को बंद कर दिया। लेकिन एफओबी पर पैदल राहगीरों के लिए कोई जगह न होने और बड़े वाहनों पर प्रतिबंध होने से समस्या बढ़ गई। वहीं शहर भी दो हिस्सों में बंट गया। इससे लोगों को आवाजाही में रेलवे पटरी पार करना पड़ती है। इससे लोग ट्रेनों के सामने ही पटरी पार करते दिखते हैं और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वहीं चार पहिया वाहनों या बड़े वाहन वाले चालकों को पुराने ओवरब्रिज से निकलकर शहर के दूसरी तरफ जाना पड़ता है।
भाजपा-कांग्रेस का राजनीतिक अखाड़ा बना अंडरब्रिज-
शुक्रवार को जैसे ही रेलवे के इंजीनियरों की टीम रेलवे क्रॉसिंग पर पहुंची, तो भारी संख्या में भाजपा-कांग्रेस के पदाधिकारी जुट गए। भाजपा जिलाध्यक्ष जयकुमार सिंघई ने कहा कि पहली गलती तो एफओबी बनाकर की, जिससे पैदल, ठेला और साईकिल भी नहीं निकल पाती। अंडरब्रिज में कम से कम ऐसी व्यवस्था तो हो कि छोटे चार पहिया वाहन कार, जीप आदि तो निकल सकें। साथ ही चेतावनी दी कि यदि ऐसी व्यवस्था नहीं रही तो निर्माण ही नहीं होने देंगे। वहीं कांग्रेसी विधायक जजपालसिंह जज्जी ने कहा कि चौंड़ाई बढ़वाने के लिए ही आकार बदलवाने की मांग की है और जनता की समस्याओं को देखते हुए ही चौड़ाई बढ़ाने की मांग की है। भाजपा 15 साल के शासन में क्यों नहीं बनवा पाई।
यू आकार में यह आएंगी रेलवे को दिक्कतें-
– 40 बोगी का रैक बना हुआ है, जिसे काटना पड़ेगा। इससे हर बार रैक आने पर बार-बार इंजन बदलकर माल उतारने की समस्या बढ़ जाएगी।
– यू आकार के अंडरब्रिज का निर्माण करने से निर्माण स्थल में यार्ड एरिया भी आएगा और निर्माण से यार्ड एरिया कम हो जाएगा।
– निर्माण की लोकेशन बदले जाने से कई केबिल भी उस जगह पर हैं, जिन्हें शिफ्ट करना पड़ेगा और सिग्नल स्पॉट भी बदलना पड़ सकते हैं।
– अंडरब्रिज में से एंबुलेंस या चार पहिया वाहनों को निकालने के लिए चौड़ाई बढ़ाना पड़ेगी, इससे कम से कम पांच मीटर चौड़ा रास्ता होगा।
– रेलवे बाउंड्री में स्थित रेलवे की पूरी जगह अंडरब्रिज के रास्तों में चली जाने से भविष्य के निर्माण की संभावनाओं पर भी ध्यान देना पड़ेगा।
(इंजीनियरों की टीम के मुताबिक)
स्पीक आउट-
यह बाले भाजपा-कांग्रेस के नेता-
अंडरब्रिज का जो प्रपोजल बना है उसमें अधिकारियों का साफ कहना है कि ठेला, साईकिल, बाइक या पैदल ही निकल सकें। एफओबी की गलती को दोबारा न दोहराएं। यू आकार में निर्माण कराया जाए, जिसमें जीप, कार तो निकल सकें। यदि ऐसा नहीं हुआ तो हम निर्माण नहीं होने देंगे और विरोध करेंगे।
जयकुमार सिंघई, जिलाध्यक्ष भाजपा
हमने 15 फिट चौंड़े अंडरब्रिज का निर्माण कराने की मांग की है, टीम ने इसी तरह से सर्वे किया है। भाजपा क्या कर रही है हमे मतलब नहीं। 15 साल से सरकार थी और केंद्र में भी सरकार है। तब कुछ किया नहीं, कुछ पॉजीटिव किया हो तो उम्मीद करें, उन्होंने निगेटिव बात की है और आगे भी निगेटिव करें। 15 साल से सरकार थी सही बनवा देते।
जजपालसिंह जज्जी, विधायक अशोकनगर
वर्जन-
आकार बदलने और चौड़ाई बढ़ाने के लिए संभावनाएं तलाशीं। लागत तो बढ़ेगी ही, साथ ही रास्ते में रेलवे की रैक स्पॉट और यार्ड व केबिलें आ रही हैं। लंबे समय के हिसाब से निर्माण होना है, जिसमें रेलवे की समस्याएं भी देखना है। रेलवे के सभी विभागों के अधिकारी इस पर निर्णय लेंगे।
ऋषि यादव, प्रोजेक्ट मैनेजर रेलवे भोपाल

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