जेल में कैदी की संदिग्ध मौत, पत्नी को 1.30 लाख नहीं दे पाया पति तो जेल में था बंद
पत्नी को भरण-पोषण के 1.30 लाख रुपए न दे पाने पर आठ माह से जेल में बंद था। जो खाना लेकर अपनी बैरक में पहुंचा ही था और नीचे गिर पड़ा, जिसकी संदिग्ध मौत हो गई
जेल में कैदी की संदिग्ध मौत, पत्नी को 1.30 लाख नहीं दे पाया पति तो जेल में था बंद
अशोकनगर. पत्नी को भरण-पोषण के 1.30 लाख रुपए न दे पाने पर आठ माह से जेल में बंद था। जो खाना लेकर अपनी बैरक में पहुंचा ही था और नीचे गिर पड़ा, जिसकी संदिग्ध मौत हो गई। जिसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां पर पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया है।
मामला जिला जेल का है। जहां गुना गुलाबगंज निवासी 36 वर्षीय मुकेश पुत्र लालाराम अहिरवार की संदिग्ध मौत हो गई। वह बैरक में गिर पड़ा तो तुरंत ही उसे बैरक से बाहर निकालकर जेल प्रबंधन ने इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां पर उसकी मौत हो गई। जिसका तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। जेलर का कहना है कि आठ माह से उसे कोई दिक्कत नहीं थी, कभी तबीयत खराब भी नहीं हुई , लेकिन परिजन कम ही मिलने आते थे, इससे वह मानसिक रूप से परेशान रहता था। जेलर के मुताबिक परिजनों ने बताया कि जेल में आने से पहले उसे दो बार पहले अटैक आ चुका था, लेकिन परिजनों ने जेल प्रबंधन को इसकी जानकारी नहीं दी।
नौं साल पहले हुई थी शादी, तभी से चल रहा था विवाद-
मुकेश अहिरवार की शादी करीब 9 साल पहले हुई थी और तभी से उसकी पत्नी अलग रह रही थी, जिसने भरण-पोषण का केस दायर किया था। लेकिन मुकेश अपनी पत्नी को भरण-पोषण की 1.30 लाख रुपए राशि नहीं दे पाया तो कोर्ट ने एक महीने की मोहलत दी, लेकिन पैसे नहीं दिए तो उसे इस शर्त पर जेल भेज दिया था कि पैसे भर देने पर उसकी रिहाई कर दी जाए।