मुंगावली तहसील के बामौरी गांव में राशन न मिलने से नाराज गांव के महिला-पुरुष मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां पर उन्होंने कलेक्टर से शिकायत की और सेल्समेन को हटाने की मांग की, तो कलेक्टर ने ग्रामीणों को खाद्य अधिकारी के पास भेज दिया। ग्रामीणों ने सहायक खाद्य अधिकारी जसराम जाटव से शिकायत की, तो उन्होंने जांच करने मौके पर चलने की बात कहकर जीप में बिठा लिया और कुछ दूरी पर ले जाकर सहायक खाद्य अधिकारी उन ग्रामीणों को रास्ते में उतारकर लौट आए। इससे उन ग्रामीणों के कलेक्ट्रेट में मौजूद गांव के अन्य लोगों को फोन लगाकर जानकारी दी। इससे नाराज महिलाएं पहले ही कलेक्ट्रेट में बाहर खड़ी हो गईं, जैसे ही जसराम जाटव पहुंचे तो उनकी जीप को रोक लिया।
पहले तो महिलाओं ने जीप के खिड़की में से हाथ डालकर कागज मांगे। लेकिन जब जीप आगे जाने लगी तो वह आगे खड़ी हो गईं और सहायक खाद्य अधिकारी को नीचे उतार लिया। साथ ही उनके मुंह में बासी रोटियां ठूंसने का प्रयास किया और कागज छीनने का प्रयास किया। सहायक खाद्य अधिकारी जब कलेक्ट्रेट में घुसने लगे तो महिलाओं ने उन्हें सीडिय़ों से पकड़कर खींच लिया। इससे लंबे समय तक हंगामा चलता रहा और महिलाएं उनकी कॉलर पकड़कर खड़ी हो गईं। हालांकि तहसीलदार ने उन्हें छुड़ाया और जांच व कार्रवाई के आश्वासन पर महिलाएं और ग्रामीण माने। े
यह थी ग्रामीणों की शिकायत
ग्रामीणों की शिकायत थी कि राशन दुकान संचालक द्वारा उन्हें समय पर राशन नहीं दिया जाता है। कुछ लोगों को दो से चार किलो राशन कम दिया जाता है तो बिना राशन दिए ही कागजों में राशन देना दर्ज कर वापस लौटा दिया जाता है। राशन दुकान संचालक पर अभद्रता करने के आरोप भी ग्रामीणों ने लगाए। इतना ही नहीं कुछ ग्रामीणों ने यह भी शिकायत की कि उन्हें कई महीने से राशन नहीं मिला है और अब त्योहार का समय है, लेकिन राशन वितरित नहीं किया जा रहा है। वहीं अधिकारियों से कई बार शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती और समस्या पर कोई ध्यान नहीं देता। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि राशन दुकान सेल्समेन उन्हें धमकाता है और उन्होंने सेल्समेन को हटाने की मांग भी की।