कर्ज और प्रकृति की मार के चलते किसान ने दी जान !
शाढ़ौरा तहसील के करख्या गांव निवासी 42 वर्षीय महेंद्र रघुवंशी पुत्र लल्लीराम रघुवंशी ने रात के समय आम के पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। महेन्द्र सिंह का शव पुलिस को पेड़ के नीचे पड़ा मिला उसके गले में रस्सी बंधी हुई थी व रस्सी का आधा हिस्सा पेड़ पर बंधा था। मृतक के चचेरे भाई भास्कर सिंह रघुवंशी का कहना है कि महेंद्र के पास 30 बीघा जमीन थी, जिसमें से 10 में उड़द व 20 बीघा में सोयाबीन था। उड़द पहले ही नष्ट हो चुका है और सोयाबीन में अफलन के चलते फलियां नहीं लग रही थीं। भास्कर सिंह के मुताबिक मृतक महेंद्र रघुवंशी पर पंजाब नेशनल बैंक का 5.70 लाख रुपए का किसान क्रेडिट कार्ड, आईसीआईसीआई बैंक के 1.90 लाख रुपए और बिजली कंपनी के तीन लाख रुपए बकाया थे। महेन्द्र सिंह ने बिजली कंपनी को चैक दिए थे, लेकिन फसल में नुकसान हो जाने से उसे चैक बाउंस का डर बना हुआ
था।
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प्रशासन ने कहा पारिवारिक विवाद का मामला
शाढ़ौरा तहसीलदार विनीत गोयल का कहना है कि किसान पर क्रेडिट कार्ड है, जिसे वह हर साल नियमित जमा करता है और वह बैंक में ओवरड्यू नहीं था, वहीं फसल में अन्य किसानों की तरह ही नुकसान हुआ है। तहसीलदार का कहना है कि उसने पारिवारिक विवाद के चलते आत्महत्या की है। वहीं बिजली कंपनी के जेई नवीन यादव भी बिजली की राशि बकाया न होने की बात कह रहे हैं, उनका कहना है कि सिर्फ चालू माह का ही बिल बकाया है।
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