यह शादी शहर के माधव भवन में 10 जून को होगी। जिसमें पर्यावरण संरक्षण के लिए मंच पर बड़े बैनर लगाए जाएंगे और नशामुक्त बारात निकाली जाएगी। इतना ही नहीं बारात के वाहनों में रिश्तेदारों के साथ दूल्हे के एक-एक दोस्त भी बैठेंगे, जो लोगों को बीड़ी-सिगरेट और गुटखा खाने से रोकेंगे और लोगों को जीवन में नशे को छोडऩे के लिए प्रेरित भी करेंगे।
इस शादी में दूल्हे के दोस्तों द्वारा दूल्हा-दुल्हन को वरमाला के बाद उपहार में पौधे भेंट किए जाएंगे और इन पौधों को लगाकर दूल्हा-दुल्हन द्वारा विवाह वाटिका तैयार की जाएगी और पेड़ बनने तक उन पौधों की देखरेख करने का संकल्प भी लिया जाएगा। साथ ही बारातियों को सालभर में कम से एक पौधा लगाने और उसकी देखरेख करने के लिए भी संकल्प दिलाया जाएगा। ताकि लोग वृक्षों के महत्व को समझ सकें।
ऐसे बना पर्यावरण संरक्षण व नशामुक्ति का संदेश का प्लान-
10 जून को शहर के हेमंत योगी और प्रियंका की शादी है। हेमंत योगी युवा प्रोत्साहन मंच से जुड़े हुए हैं और उनका यह ग्रुप लोगों को पर्यावरण संरक्षण और नशामुक्ति के लिए प्रेरित करता है।
हेमंत के दोस्त और युवा प्रोत्साहन मंच के सदस्य सतपालसिंह जाट ने बताया कि उनका ग्रुप शादी या अन्य कार्यक्रमों में लोगों को पौधे भेंट करता है और लोगों को पौधे लगाने के लिए प्रेरित करता है। ग्रुप के सदस्य की ही शादी होने से सभी दोस्तों ने मिलकर यह योजना तैयार की। ताकि लोग पर्यावरण संरक्षण और नशामुक्ति के लिए प्रेरित हो सकें। बारात को नशामुक्त बनाने के लिए निमंत्रण देने के साथ ही मेहमानों और दोस्तों को शादी में बिना किसी तरह के नशे के शामिल होने का आगृह किया जा रहा है।
घर के वृद्धों की सेवा की भी मिले सीख-
हेमंत ने बताया कि परिवार जनों द्वारा त्याग दिए जाने के बाद वृद्ध वृद्धाश्रम में रहने को मजबूर हैं, जो पूरी तरह से अपने परिवारों से दूर हो चुके हैं। इससे शादी में उन वृद्धों को विशेष मेहमान के रूप में शामिल किया जाएगा और बच्चों को पालने में जीवनभर इन वृद्धों द्वारा झेली गई कठिनाईयों को भी बताएंगे।
ताकि लोग यह समझ सकें कि बच्चों की देखरेख और उन्हें बड़ा करने में उनके माता-पिता को किन-किन समस्याओं से जूझना पड़ता है और कई बच्चे बड़े होकर अपने ही माता-पिता का अपमान करते हैं, वृद्ध होकर वह माता-पिता कष्टप्रद जीवन जीते हैं।