बताया जा रहा है कि स्कूल में आग उस वक्त लगी जब बच्चे सो रहे थे। अधिकारियों की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक तहफ़ीज़ दारुल क़ुरान इत्तिफ़ाक़िया में ये बच्चों के सोने के टाइम लगी, इसीलिए बच्चों को वहां से निकलने का मौका नहीं मिल पाया और 2 वॉर्डन समेत 25 बच्चों की मौत हो गई।
हालांकि अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं लगाया जा सका है। वहीं शुरुआती जांच में अभी मरने वालों में बच्चों की उम्र का भी कोई जिक्र नहीं किया गया है। इस हादसे में कई बच्चे घायल भी हुए थे, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से कुछ ने धुएं के कारण दम घुटने की शिकायत की है।
अधिकारियों का कहना है कि ये पिछले 20 सालों में देश में हुई आग की घटनाओं में सबसे भयंकर हो सकती है। हाल के दिनों में लगातार आग लगने की घटनाओं पर मलेशियाई प्रशासन ने निजी स्कूलों के सुरक्षा उपायों पर अपनी चिंता जताई है।
स्थानीय मीडिया में आई रिपोर्ट्स के मुताबिक 2015 से अब तक 200 बार आग लगने की ऐसी घटनाएं हुई हैं। प्रधानमंत्री नजीब रज्ज़ाक ने ट्वीट कर हताहतों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
At least 25 people, including students, killed in fire that broke at a school in Kuala Lumpur, reports Reuters
— ANI (@ANI) September 14, 2017