जानकारी के मुताबिक इस विस्फोट में अल्पसंख्यक समुदाय के ज्यादा पीड़ित घायल हुए हैं। हालांकि इसका दावा नहीं किया गया है, लेकिन ऐसा लगता है कि तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद अफगानिस्तान को और अधिक अस्थिर करने के लिए यह हमला किया गया है।
घटना के बाद सामने आई शुरुआती जानकारी के मुताबिक कुंदुज प्रांतीय अस्पताल के एक चिकित्सा सूत्र ने कहा कि वहां पर 35 मृतकों के अलावा 50 से ज्यादा घायलों को वहां ले जाया गया। जबकि डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स अस्पताल के एक कर्मचारी ने 15 लोगों की मौत और कई अन्य के घायल होने की सूचना दी।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने पहले कहा था कि कुंदुज में “हमारे शिया हमवतन की एक मस्जिद में विस्फोट” होने पर अज्ञात संख्या में लोग मारे गए और घायल हुए। हालांकि हमले की जिम्मेदारी का कोई तत्काल दावा नहीं किया गया था, लेकिन तालिबान के कट्टर प्रतिद्वंद्वी इस्लामिक स्टेट समूह ने हाल ही में इसी तरह के अत्याचारों का दावा किया है।
इसी नाम के एक प्रांत की राजधानी कुंदुज के निवासियों ने मीडिया को बताया कि विस्फोट शुक्रवार की नमाज के दौरान एक शिया मस्जिद में हुआ, जो मुसलमानों के लिए सप्ताह का सबसे महत्वपूर्ण दिन है।