तरार खेल में पाकिस्तान का विरोध
मीडिया रिपोर्ट की माने तो वहां के तरार खेल में प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के विरोध में आवाज उठाई है। इस प्रदर्शन में जुटे लोगों ने इस दौरान मूलभूत समस्याओं की आपूर्ति के संबंध में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया है। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि स्कूल, कॉलेज हमारा मूल अधिकार है लेकिन सत्ताधारियों को ये बात कबूल नही वह इसके पक्षधर नहीं हैं।
बदलते हैं सत्ताधारियों के चेहरे पर वादे हर बार अधूरे
प्रदर्शनकारियों ने साथ ही आरोप लगाया है कि पाकिस्तान में एक के बाद प्रधानमंत्री बदलता है, सत्ता की कुर्सी पर आने वाला हर शख्स सिर्फ वायदे करते जाता है, लेकिन किसी ने आजतक उसे पूरा नहीं किया। उनका कहना है कि उनके दिए हुए टैक्स का पैसा सत्ताधारियों के जेब में जाता है, लेकिन फिर भी वो उनकी मूलभूत जरूरतों को पूरा करने पर कोई ध्यान नहीं देता है।
‘पिछले 70 सालों से हो रहा है भेदभाव‘
गौरतलब है कि ये पहला मौका नहीं है जब वहां के लोगों ने पाक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। इससे पहले भी कई बार स्थानीय लोगों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है। लोगों ने उस वक्त बड़े पैमाने पर आजादी की मांग रखी थी। पिछले साल नवंबर में भी लोगों ने पाकिस्तान से अलग होने की मांग उठाई थी। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पिछले 70 सालों से उनके साथ भेदभाव हो रहा है, पुलिस उनपर अत्याचार करती है। आपको बता दें कि पीओके को आजाद कश्मीर के नाम से जाना जाता है। इस प्रांत में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति भी हैं, लेकिन इसके बावजुद भी यहां का प्रशासन इस्लामाबाद से ही चलता है।