मुल्ला उमर को मिला था करोड़ों रुपए एक निजी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कदीर ने दावा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए
काम करने वाले मुल्ला उमर बलूच ईरानी ने जाधव को ईरान के चाबहार से अगवा करने का काम किया था। उन्होंने कहा कि जाधव का अपहरण करने के लिए आईएसआई की ओर से मुल्ला उमर को करोड़ों रुपए दिए गए । कदीर ने कहा कि मुल्ला उमर ईरानी बलूचिस्तान में कुख्यात आईएसआई एजेंट के रूप में फेमस है।मुल्ला उमर पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को अगवा करने का काम करता है।
ईरान में व्यापार करने के लिए आते थे जाधव कादिर ने कहा कि जाधव के दोनों हाथ पैर और मुंह बांध दिए गए और फिर आंखों पर पट्टी डालकर एक वैन में बैठकार ईरान-बलूचिस्तान सीमा में ले जाया गया। वहां से उसे बलूचिस्तान लाया गया और फिर इस्लामाबाद लाया गया। कादिर के मुताबिक उन्हें केवल इतना पता था कि जाधव ईरान में व्यापार के सिलसिले में आया करते थे। पकड़े जाने के बाद आईएसआई ने कहा था कि बलूचिस्तान से जाधव को पकड़ा गया है।
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कुलभूषण की फांसी पर रोक बता दें कि भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव, जिसे पाकिस्तान में मौत की सज़ा सुनाई गई है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में कुलभूषण जाधव की फांसी की सजा पर रोक लगाए जाने के बाद एक जून को पाकिस्तान ने कहा कि भारतीय नागरिक को तब तक फांसी नहीं दी जाएगी, जब तक उसकी सभी दया याचिकाओं पर सुनवाई पूरी नहीं हो जाती।