रक्षा क्षेत्र में भारत की बड़ी कामयाबी, यूएस ने 24 MH-60R हेलीकॉप्टरों की बिक्री को दी मंजूरी
पायरा बंदरगाह के विकास पर बनी सहमतिदो चीनी फर्मों हार्बर इंजीनियरिंग कंपनी (CHEC) और राज्य निर्माण इंजीनियरिंग (CSCEC) ने बांग्लादेश के पायरा बंदरगाह के विकास के लिए 600 मिलियन अमरीकी डालर का समझौता किया है। इस समझौते में बंदरगाह के मुख्य बुनियादी ढांचे, आवास, स्वास्थ्य तथा शिक्षा आदि सेवाओं का विस्तार शामिल है। ढाका में बांग्लादेश के अधिकारियों ने कहा कि यह निवेश की उनके वास्तविक इरादों को पूरा करने के लिए एक मास्टर स्ट्रोक है। असल में चीन की यह कोशिश महत्वपूर्ण बंदरगाह पर संप्रभु नियंत्रण स्थापित करने के लिए थी। बता दें कि हंबनटोटा बंदरगाह के विकास के दौरान श्रीलंका में चीन द्वारा ऐसी ही कोशिश की गई थी।
भारत ने पाक को भेजा रिमाइंडर नोट, कुलभूषण जाधव साहित 10 भारतीय कैदियों के लिए काउंसर एक्सेस की मांग
भारत को घेरने की चीन कोशिशचीन ने बीआरआई के तहत अब भारत को चारों तरफ से घरने की रणनीति अपनाई है। चीन ने पूर्व श्रीलंका राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे की सरकार के दौरान अरबों डॉलर का ऋण श्रीलंका को दिया।बुनियादी ढाँचे की विकास परियोजनाएं शुरू करने के लिए श्रीलंका ने रणनीतिक रूप से हम्बनटोटा पोर्ट का विकास किया। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना का विकास भी भारत को घरने की चाल का एक हिस्सा है। आपको बता दें कि चीन ने भारत को भी BRI में शामिल होने का न्योता दिया था लेकिन भारत ने इसे सिरे से खारिज कर दिया था।
Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर.