कई विद्यार्थी घायल
खबर लिखे जाने तक घटना के दौरान 23 के घायल होने की जानकारी मिली है। घायलों की पुष्टि गजनी के प्रांतीय अस्पताल के प्रमुख मोहम्मद हेमत ने की है। आपको बता दें कि तालिबान के साथ अमरीकी शांति वार्ता रद्द होने के बाद से ही अफगानिस्तान में धमाकों की संख्या बढ़ गई है। आए दिन अलग-अलग प्रांतों से दिल दहला देने वाले धमाकों की जानकारी मिल रही है। गवर्नर के प्रवक्ता ने कहा, ‘गजनी प्रांत के दूर-दराज के क्षेत्र से आने वाले कुछ छात्रों का आतंकवादियों से संपर्क था और हमारा मानना है कि वे इस विस्फोट के पीछे हो सकते हैं।’
तालिबान ने इस विस्फोट की निंदा की है और इसकी सोशल मीडिया पर आलोचना की है। वहीं किसी भी आतंकवादी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने ट्वीट कर कहा, ‘हमने गजनी विश्वविद्यालय के अंदर विस्फोट की खबर सुनी। इस्लामिक अमीरात इस कार्रवाई की कठोरता से निंदा करता है : शैक्षणिक संस्थानों पर हमला करना इस्लाम और मानवीय सिद्धांत के खिलाफ है।’
पुलिसवालों को बनाया था बम धमाकों का निशाना
अफगान के आंतरिक मंत्रालय के अधिकारियों ने धमाकों पर बात करते हुए सात अक्टूबर को काबुल के काराबाग जिले में एक घटना के बारे में बताया। अधिकारियों के मुताबिक, तालिबान लड़ाकों द्वारा आपराधिक जांच विभाग के एक सदस्य की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद घटना की जांच के लिए गए पुलिसवालों को भी बम धमाके का शिकार बनाया गया, जिसमें छह पुलिसकर्मी घायल हुए।