चीनी विदेश मंत्रालय ने खारिज की रिपोर्ट
चीन की ओर से कहा जा रहा है कि किसी भी देश को अपना नेवी जहाज निर्यात करने से पहले कई सख्त सिद्धांतों का पालन करना होता है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनाइंग से जब इससे संबंधित सवाल किया गया तो उन्होंने कहा,’हालांकि, मैंने अभी तक वो रिपोर्ट नहीं देखी है जिसके बारे में आप बता रहे हैं। फिर भी आपको बता दूं कि चीन ने हमेशा ही किसी अन्य देश को अपने नेवी जहाज बेचने के दौरान अपने नियम और सिद्धान्तों का पालन करता रहा है।’
क्या थी पाकिस्तान मीडिया की रिपोर्ट?
आपको बता दें कि फरवरी में पाकिस्तान के एक स्थानीय अखबार ने चीन और रूस के अखबारों का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि चीनी सरकार ने अपना पहला और इकलौता एयरक्राफ्ट पाकिस्तान को बेचने का फैसला किया है। रिपोर्ट में बताया गया कि पाकिस्तान को अपनी नेवी की क्षमता बढ़ाने के लिए इसे अभूतपूर्व दाम पर सौंपा जा रहा है और हमारे देश की नेवी भारत की तुलना में ज्यादा दमदार बनेगी। रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया गया कि भारतीय नेवी के पास पहले से एक ऑपरेशन एयरक्राफ्ट कैरियर है। साथ ही यह भी दावा किया जा रहा था कि ‘लाउनिंग’ को आयात करने के पहले इसे बड़े स्तर पर अपग्रेड किया जाएगा और इसके बाद इसे पाकिस्तान को रीसेल किया जाएगा। रिपोर्ट में पाकिस्तान सेना का चीन के साथ नजदीकियों का हवाला देते हुए 4 आधुनिक नेवी जहाज के निर्माण का भी दावा किया गया था।
चीनी मिलिट्री एक्सपर्ट्स ने भी रीसेल की रिपोर्ट को बताया झूठा
हालांकि, अब चीनी मिलिट्री एक्सपर्ट्स ने भी ‘लाउनिंग’ के रीसेल की रिपोर्ट को खारिज कर दिया। उनका कहना है कि एयरक्राफ्ट कैरियर ट्रेनिंग और युद्ध दोनों जगह काम आता ऐसे में इसे रीसेल करने की बिल्कुल भी योजना नहीं है। ये चीनी मीडिया में साफ किया गया कि चीन सरकार ने न तो पहले ही ऐसी डील की है और नाही अभी ऐसी कोई योजना बनाई जा रही है। साथ ही चीनी मीडिया ने पाकिस्तानी मीडिया के रिपोर्ट को निशाना बनाते हुए ये भी कहा कि वहां के अखबारों में जिस चीनी मीडिया के हवाले से रिपोर्ट छापी गई थी वो भी हम ढूंढ नहीं सके।