गौरतलब है कि गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए। 15 जून को हुई इस घटना के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है। इस झड़प में चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे, लेकिन उसने इसकी आधिकारिक तौर पर कोई पुष्टि नहीं की है।
अमरीकी खुफिया एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार इस झड़प में चीन के 35 सैनिक हताहत हुए थे। एक मीडिया रिपोर्ट में अमरीकी अधिकारियों और संसद के सहयोगियों के साक्षात्कारों के आधार पर कहा जा रहा है कि अमरीका भारत में हथियारों की बिक्री बढ़ाने की योजना बना रहा है, इससे वॉशिंगटन और बीजिंग के बीच तनाव खड़ा हो गया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट में अधिकारियों के हवाले से कहा गया कि अमरीका ने हाल के माह में भारत को नए हथियारों की बिक्री की योजना तैयार की है। इसमें सशस्त्र ड्रोन जैसी उच्च स्तर की हथियार प्रणाली और उच्च स्तर की प्रौद्योगिकी भी शामिल हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे अमरीका को सशस्त्र ड्रोन की बिक्री पर विचार करने की अनुमति मिलेगी। इससे पहले उनकी गति और पेलोड के कारण प्रतिबंधित था। एक सांसद का कहना है कि अमरीका सशस्त्र (श्रेणी-1) के ड्रोन मुहैया कराने वाला है। उन्होंने बताया कि ‘एमक्यू-1 प्रीडेटर ड्रोन’ हजार पौंड से अधिक बम और मिसाइल ले जा सकता है।