एक पाकिस्तानी अखबार के मुताबिक, ये मामला तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक अकबर एस.बाबर द्वारा दायर किया गया था, जिसके बाद इमरान खान के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी किया गया है। पीटीआई इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में इस गिरफ्तारी वारंट को चुनौती देगा।
आपको बता दें कि ईसीपी ने इमरान खान के पेश नहीं होने पर 14 सितंबर को जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, जिसे पीटीआई की याचिका के बाद अदालत ने रद्द कर दिया था। आपको बता दें कि इमरान खान पाकिस्तान में मुख्य विपक्षी पार्टी के अध्यक्ष हैं।
बताया जा रहा है इमरान ने चुनाव आयोग की कार्यवाही को भी गंभीरता से नहीं लिया। वो न तो सुनवाई के दौरान पहुंचे और न ही उन्होंने लिखित में कोई माफीनामा दिया, जिसके बाद उनके खिलाफ अब गैरजमानती वारंट जारी हुआ है। पाकिस्तान चुनाव आयोग ने ऑर्डर जारी किए हैं कि उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए और अगली सुनवाई में पेश किया जाए।
वहीं पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार इमरान खान ने कराची एयरपोर्ट पर एक बयान दिया था, जिसे लेकर चुनाव आयोग काफी समय से इमरान से नाराज चल रहा था। दरअसल, मामले में पहले भी सुनवाई हो चुकी है जब इमरान के वकील ने उनका बचाव करते हुए कहा कि सुनवाई के दौरान वे पाकिस्तान में नहीं थे, वह देश से बाहर थे। वकील ने कहा कि इमरान कोर्ट का सम्मान करते हैं और जब भी उन्हें बुलाया जायेगा वह हाजिर हो जाएंगे।