2017 में चला था रोहिंग्या आतंकियों के खिलाफ भी सैन्य अभियान
इनसे निपटने के लिए सरकार ने हजारों सैनिकों की तैनाती की है। इससे पहले अगस्त 2017 में इसी प्रांत में रोहिंग्या आतंकियों के खिलाफ भी सैन्य अभियान शुरू किया गया था। इस कारण सात लाख से ज्यादा रोहिंग्या मुस्लिम देश छोड़कर बांग्लादेश चले गए थे।
हेलिकॉप्टर से की जा रही है तलाश
जानकारी मिल रही है कि उग्रवादियों ने जिन्हें बंधक बनाया है, उनमें सेना के 10 जवान, 30 पुलिस अधिकारी और कारागार विभाग के दो कर्मचारी शामिल हैं। इन्हें ढूंढने के लिए बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया गया है। लापता हुए लोगों की तलाश के लिए हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। फिलहाल, इनमें से किसी का पता नहीं चल सका है।