हम हिंदुस्तान में आवाजें सुन रहे हैं, पॉलिटिशन बोल रहे हैं कि पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहिए। बदला लेना चाहिए। स्ट्राइक करनी चाहिए। अगर आप समझते हैं कि आप पाकिस्तान के ऊपर किसी किस्म का हमला करेंगे और पाकिस्तान पलटवार करने का सोचेगा नहीं तो आप गफलत में हैं। पाकिस्तान पलटवार करेगा। हमारे पास कोई और दूसरा रास्ता नहीं होगा इसके सिवा। और उसके बाद बात किधर जाती है। हम सब जानते हैं कि जंग शुरू करना आसान है। लेकिन जंग खत्म करना इंसान के हाथ में नहीं होता है।
साल 2018 में पाकिस्तान का पीएम बनने के बाद अपने बयान में इमरान खान ने भारत का नाम लिए बगैर कहा था कि पाकिस्तान की तरक्की के लिए हमें पड़ोसी मुल्कों से संबंध सुधारने होंगे। मैंने पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते सुधारने के लिए बात की है। इसके बिना हम पाकिस्तान की स्थिति नहीं सुधार सकते। इमरान खान ने कहा था कि यदि पाकिस्तान की दिशा नहीं बदली तो उसका विनाश तय है।
सितंबर, 2018 में पाक पीएम ने अपने समकक्ष भारतीय पीएम नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी के जरिए भारत और पाकिस्तान के बीच दोबारा व्यापक वार्ता शुरु करने की मांग की थी। उन्होंने यह सुझाव दिया था कि इस दिशा में पहला कदम उठाते हुए इस महीने के आखिर में दोनों देशों के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और शाह महमूद कुरैशी के बीच वार्ता होनी चाहिए।