सात महीने से इस मांग को पूरा करने में लगी थी हरसिमरत कौर ने कहा कि यहां उनका कोई दोस्त,कोई जानने वाला नहीं लेकिन एक सिख होने के नाते उनकी अरदास पूरी हुई है। उनकी पार्टी सात महीने से इस मांग को पूरा करने में लगी थी। उनकी कैबिनेट ने इसका फैसला लिया और आज ये सपना पूरा हो रहा है। हरसिमरत ने पाकिस्तान और भारत के आलाकमानों को अपनी भावनाएं जाहिर करते हुए कहा कि जब बर्लिन की दीवार गिर सकती है तो भारत-पाकिस्तान के बीच की नफरत क्यों नहीं दूर हो सकती है। पाकिस्तान के से अपील करते हुए कहा कि आप भी गुरु नानक साहब के नाम पर सिक्का चलाएं,धार्मिक स्थलों के लिए ट्रेन चलाएं और करतारपुर का विकास करें।
कॉरिडोर की आधारशिला रखी गई गौरतलब है कि पाकिस्तान में बुधवार को करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला रखी गई। भारत की ओर से नवजोत सिंह सिद्धू और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने बुधवार को कॉरिडोर का शिलान्यास किया। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी ने अटारी-वाघा सीमा को पार किया और कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंचे। पाकिस्तानी सेना के प्रमुख कमर जावेद बाजवा भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे। बता दें कि गुरू नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष इसी करतारपुर साहिब गुरुद्वारे में बिताए थे। दोनों देशों के बीच तनाव के चलते इस गलियारे को अब तक नहीं खोला जा सका था।