इस बड़े अभियान में ये बातें होंगी अहम: 1. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, 13 देशों के 14,800 से अधिक भारतीयों को पहले सप्ताह में 64 उड़ानों से वापस लाया जाएगा। सूत्रों के अनुसार केवल भारतीय नागरिकों इस दौरान लाया जाएगा। कोई ओसीआई (ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया) कार्ड धारकों को वापस नहीं लाएंगे। यानि जिन भारतीयों के पास दूसरे देश की नागरिकता है उन्हें प्राथमिकता नहीं दी जाएगी।
2. 7 मई यानि निकासी के पहले दिन,दस उड़ानों के जरिए 2,300 भारतीयों को वापस लाया जाएगा। विभिन्न देशों द्वारा हवाई क्षेत्र के बंद होने से ये भारतीय बीते एक माह से अपनी वापसी का इंतजार कर रहे हैं। भारत से उड़ानें यूएस, फिलीपींस, सिंगापुर, बांग्लादेश, यूएई, यूके, सऊदी अरब, कतर, सिंगापुर, ओमान, बहरीन और कुवैत जाएंगी।
3. अगले कुछ दिनों में, सरकार यूएई के लिए 10 उड़ानें, अमेरिका और ब्रिटेन में सात-सात उड़ानें, सऊदी अरब के लिए पांच उड़ानें, सिंगापुर के लिए पांच उड़ानें और कतर के लिए दो उड़ानें संचालित करेंगी। मलेशिया, बांग्लादेश, कुवैत और फिलीपींस के लिए प्रत्येक पाँच उड़ानें और ओमान और बहरीन के लिए दो-दो उड़ानें होंगी।
4. प्रत्येक फ्लाइट में 200 और 300 यात्रियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जाएगा। विशेष उड़ानों में सवार होने से पहले, यात्रियों को यह घोषित करने की आवश्यकता है कि क्या उन्हें बुखार, खांसी, मधुमेह या श्वास संबंधी कोई बीमारी तो नहीं है।
5. सभी यात्रियों की जांच की जाएगी और केवल उन्हीं यात्रियों को यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी, जो संक्रमण से ग्रस्त न हों। गृह मंत्रालय के मुताबिक उनके वापस आने पर उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया जाएगा।
6. नौसेना ने तीन जहाज आईएनएस शार्दुल, आईएनएस मगर और आईएनएस जलाशवा तैनात किए हैं। विशाखापत्तनम में स्थित आईएनएस जलाशवा को अरब सागर में उतारा गया है। इस दौरान भारतीय वायु सेना ने मिशन के लिए बोइंग कंपनी के सी -17 ग्लोबमास्टर और लॉकहीड मार्टिन कॉर्प ,के सी -130 जे सुपर हरक्यूलिस सहित लगभग 30 विमान को तैयार किया है।
7. भारत ने मार्च के अंत में आने वाली सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया था क्योंकि इससे कोरोना के फैलने का डर बना हुआ था। बाहरी देशों में बड़ी संख्या में श्रमिक और छात्र फंसे हुए हैं।
8. अधिकारियों ने कहा कि गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, चिकित्सा आपात स्थिति वाले लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, इसके अलावा, प्रवासी श्रमिकों को भी रखा गया है। 9. दुबई में भारत के महावाणिज्य दूतावास के अनुसार,संयुक्त अरब अमीरात में लगभग 2 लाख भारतीयों ने वापस आने के लिए आवेदन किया है।
1o. भारत में 46,000 से अधिक कोरोनो वायरस के मामले हैं, लगभग 1,600 से अधिक लोग मर चुके हैं।