scriptराजनयिकों के उत्पीड़न को लेकर भारत ने पाकिस्तान से दर्ज कराया विरोध | India lodges protest with Pakistan over harassment of its diplomats | Patrika News
एशिया

राजनयिकों के उत्पीड़न को लेकर भारत ने पाकिस्तान से दर्ज कराया विरोध

भारतीय उच्चायोग के कई अधिकारियों का उत्पीड़न
8 और 11 मार्च के बीच हुईं कई घटनाएं
भारतीय उच्चायोग ने पाकिस्तान विदेश मंत्रालय को 13 मार्च को ‘नोट वर्बल’ जारी किया

नई दिल्लीMar 19, 2019 / 12:34 pm

Siddharth Priyadarshi

India and Pakistan

राजनयिकों के उत्पीड़न को लेकर भारत ने पाक से दर्ज कराया विरोध

इस्लामाबाद। भारत ने अपने कुछ राजनियकों के उत्पीड़न को लेकर पाकिस्तान से विरोध दर्ज कराया है। भारत का आरोप है कि भारतीय राजनयिकों को पाकिस्तान में कई तरह से परेशान किया जा रहा है। भारत ने सोमवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को एक वर्बेल नोट जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तानी एजेंसियां फिर से इस्लामिक देशों में भारतीय राजनयिकों को परेशान कर रही हैं। भारत ने मार्च के महीने में पाक द्वारा उत्पीड़न के 13 उदाहरणों का हवाला दिया। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान को इस तरह की घटनाओं को रोकना चाहिए और मामले की जांच करनी चाहिए।

भारत के राजनयिकों का उत्पीड़न

भारत ने 8 मार्च को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी द्वारा भारत के एक प्रथम सचिव की कार को बैंक जाते समय आक्रामक तरीके से रोका गया था। नोट में पिछले कुछ दिनों के दौरान दो भारतीय अधिकारियों को मिले गुमनाम इंटरनेट कॉल प्राप्त करने का भी हवाला दिया गया है। इसके अतिरिक्त 9 मार्च को मोटरसाइकिल सवार पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी के कर्मियों द्वारा भारतीय उप उच्चायुक्त को पूछताछ के लिए रोका गया था। 9 और 10 मार्च को नेवल एडवाइजर को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी के कर्मियों ने एक कार में इस्लामाबाद क्लब और दूसरे अधिकारी के निवास पर जाते समय रोका था। भारत ने अपने नोट में आगे आरोप लगाया है कि एक पाकिस्तानी एजेंसी के कर्मियों को उप उच्चायुक्त निवास के बाहर निगरानी करते हुए देखा गया है। उच्चायोग के कर्मियों को भी नियमित रूप से स्थानीय सुरक्षा गार्ड से मिलने का हुक्म दिया गया है। दूतावास के कर्मियों से उच्चायोग के अधिकारियों की उपलब्धता के बारे में भी पूछा गया।

भारत ने दर्ज कराया विरोध

भारत ने पाकिस्तानी अधिकारियों से कहा है कि इन घटनाओं की तत्काल जांच की जाए और संबंधित एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया जाए कि इसी तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि उत्पीड़न की ऐसी घटनाएं 1961 के वियना कन्वेंशन का स्पष्ट उल्लंघन हैं। भारत ने कहा है कि भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों, कर्मचारियों के सदस्यों और उनके परिवारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पाकिस्तान सरकार की है।

Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर.

Home / world / Asia / राजनयिकों के उत्पीड़न को लेकर भारत ने पाकिस्तान से दर्ज कराया विरोध

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो