मुद्दे सुलझाने में विश्व बैंक जारी रखेगा सहयोग भारत और पाकिस्तान के बीच हुई संधि में विश्व बैंक भी एक हस्ताक्षरकर्ता है। विश्व बैंक ने कहा है कि वह दोनों देशों को शांतिपूर्ण ढंग से मुद्दों को सुलझाने में सहयोग देना जारी रखेगा। विश्व बैंक ने एक बयान में कहा, “हालांकि इस बैठक में कोई समझौता नहीं हो पाया। लेकिन विश्व बैंक दोनों देशों के साथ मिलकर इस मुद्दे के समाधान के लिए संगत तरीके से और संधि के प्रावधानों के अनुरूप काम करता रहेगा।”
दोनों देशों के अधिकारी हुए शामिल इस बैठक में भारतीय पक्ष में जल संसाधन सचिव अमरजीत सिंह और विदेश
मंत्रालय के पाकिस्तान डेस्क के प्रभारी संयुक्त सचिव दीपक मित्तल शामिल हुए। वहीं, पाकिस्तानी दल में जल संसाधन खंड के सचिव आरिफ अहमद खान के साथ जल और बिजली सचिव युसूफ नसीम खोखर शामिल हुए।
भारत समझौते का करता है उल्लंघन पाकिस्तान का भारत पर आरोप है कि उसके जलविद्युत संयंत्रों का डिजायन सिंधु जल समझौते का उल्लंघन करता है। पाकिस्तान का आरोप है कि भारत की वजह से सिंधु जल संधि पर सहमति नहीं बन पा रही है। इधर भारत की दलील है कि जल संधि पर पाकिस्तान तैयार नहीं हो पा रहा है। जिस वजह से इस पर बात नहीं बन पा रही है। सिंधु जल संधि में मध्यस्थता करने वाले विश्व बैंक ने सितंबर में कहा था कि भारत और पाकिस्तान ने उससे संपर्क किया था और वह ‘संधि में तय अपनी सीमित और प्रक्रियात्मक भूमिका के अनुरूप प्रतिक्रिया’ दे रहा है।