कई देशों में लोग लॉकडाउन का सख्ती से पालन भी कर रहे हैं तो कई जगहों पर इसका खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं। लिहाजा लॉकडाउन का सख्ती से पालन के लिए नए-नए नियम बनाने के साथ सजा का भी प्रावधान किया जा रहा है।
इसी कड़ी में इंडोनेशिया सरकार ने भी लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए कुछ नए नियम जारी किए हैं और उल्लंघन करने वालों पर सख्ती बरती है। सरकार ने लॉकडाउन तोड़ने और सामाजिक दूरी का उल्लंघन करने पर भारी जुर्माने के साथ सजा का भी प्रावधान किया है। बता दें कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों में कोरोना का सबसे ज्यादा कहर इंडोनेशिया में है।
शौचालय साफ करने की सजा
सरकार ने नए नियम में ये साफ कर दिया है कि जो भी लॉकडाउन का सख्ती से पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नए नियम के अनुसार, बिना मास्क पहने घर से बाहर निकलने पर करीब ढाई लाख इंडोनेशियाई रुपिया (13 हजार रुपये) जुर्माना भरना पड़ेगा। वहीं यदि कोई कंपनी लॉकडाउन का उल्लंघन करती है या कोई दुकानदार इस दौरान अपने कारोबार को खोलता है तो उन्हें जुर्माने के तौर पर पांच करोड़ रुपिया (2.5 लाक रुपये) जुर्माने देने होंगे।
इतना ही नहीं सरकार ने घर से बाहर किसी भी जरूरी काम के लिए बनियान पहनकर निकलने पर पाबंदी लगा दी है। यदि निर्धारित सीमा से अधिक लोगों के एक जगह पर इकट्ठा होने पर भी जुर्माना लगाए जाने का प्रावधान किया गया है। सरकार ने ऐसे लोगों के लिए सजा के तौर पर सार्वजनिक स्थानों या शौचालयों की सफाई करने जैसे प्रावधान किए है।
नियम तोड़ने वालों पर चिपकाया जाएगा लेबल
सरकार ने यह भी प्रावधान किया है कि यदि किसी ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया और नियम तोड़ा तो ऐसे लोगों के कपड़ों या शरीर पर ‘कानून तोड़ने वाले’ का लेबल चिपकाया जाएगा।
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आपको बता दें कि बीते महीने राजधानी जकार्ता में आंशिक तौर पर लॉकडाउन लगाया गया था। इसके बावजूद भी कई सार्वजनिक जगहों पर भारी भीड़ जुट गई थी। इसके बाद अब सरकार ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए यह सख्त नियम बनाए हैं। जब इससे संक्रमण बढ़ा तो सरकार ने दोबारा सख्ती कर दी।
इंडोनेशिया में कोरोना की वजह से अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 14,000 से ज्यादा संक्रमित हैं। राजधानी जकार्ता की बात करें तो यहां पर सबसे ज्यादा 443 और पूर्वी जावा में 155 मौतें हुई हैं।