पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फैजा ने अपने साथ हो रहे दुर्व्यवहार के चलते इतना बड़ा फैसला लिया है। फैजा ने इस्तीफे को लेकर एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘एक ऐसा सिस्टम जिसने कभी समर्थन नहीं किया से मैंने उससे नाता तोड़ दिया।
शक्तिशाली मगर भ्रष्ट माफियाओं का मुकाबला
वीडियो में फैज ने कहा कि वह ऐसे खोखले सिस्टम में रहकर इसमें मौजूद शक्तिशाली मगर भ्रष्ट माफियाओं का मुकाबला नहीं कर सकती। बता दें कि फैज पंजाब पुलिस में कॉन्सेटबल के पद पर तैनात थीं। उन्होंने यह फैसला गुरुवार को उनके साथ हुए एक खराब घटना के बाद लिया। उस दिन फिरोजवाला शहर में फैजा ने वकील अहमद मुख्तार को गलत पार्किंग करने से रोकने की कोशिश की। इस पर गुस्साए वकील ने फैजा के साथ दुर्व्यवहार किया। यहां तक की उसने फैजा को थप्पड़ तक मार दिया।
गिरफ्तारी से जल्दी हुई रिहाई
महिला की शिकायत पर वकील को पहले तो गिरफ्तार किया गया, लेकिन शनिवार को एक न्यायिक मजिस्ट्रेट ने उसे रिहा कर दिया। फैजा को इस फैसले ने काफी बड़ा झटका दिया। बताया जा रहा है कि आरोपी की रिहाई इसलिए हुई क्योंकि उसका नाम गलत लिखा गया था।
फैज का आरोप है कि विभाग के ही लोगों ने उस आरोपी की मदद की थी। वीडियो में उन्होंने कहा ‘मुझे अफसोस के साथ यह कहना पड़ रहा है कि मैं लोगों की मदद करने के लिए गर्व से पुलिस विभाग में शामिल हुई थी। लेकिन मैं जब खुद को ही न्याय नहीं दिला पाई, तो लोगों की मदद कैसे करूंगी।’
चरित्र पर भी उठने लगी उंगलियां
फैज ने वीडियो में यह भी कहा कि इस घटना के बाद कुछ वकील उसके चरित्र पर ही सवाल उठा रहे हैं। जबकि उन्होंने केवल अपने ड्यूटी निभाई थी। फैज ने कहा ‘मैं इस क्रूर सिस्टम से तंग आ चुकी हूं … मैं बहुत डर गई हूं। क्या मुझे आत्महत्या कर लेनी चाहिए?’ फैज नवाज ने इस घटना पर पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और मुख्य न्यायाधीश आसिफ सईद खोसा से भी ध्यान देने की अपील की है।