लाहौर हाईकोर्ट में शुक्रवार को दाखिल रिपोर्ट में डॉक्टरों ने कहा कि अगर प्लेटलेट्स काउंट में कोई बदलाव नहीं होता है तो उनका (शरीफ) संभावित टॉक्सिकोलॉजी स्क्रीन किया जा सकता है। इस तरह से प्लेटलेट्स काउंट 50-150 के बीच करने का प्रयास होगा। प्लेटलेट्स-रोधी थेरेपी से उनका सुरक्षित इलाज किया जा सकेगा।
नवाज के सबसे बड़े बेटे हुसैन नवाज के अनुसार हो सकता है कि उनके पिता को पाकिस्तान में नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) की हिरासत में जहर दिया गया हो। लंदन में बीते सप्ताह उन्होंने यही बात कही थी, मगर किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया था। उन्होंने कहा कि डॉक्टर उनकी लगातार गिर रहीं प्लेटलेट्स को लेकर चिंतित थे।
हिरासत के दौरान उनकी प्लेटलेट्स 24 घंटों के अंदर ही 75,000 से घटकर मात्र 2,000 रह गई थीं। भ्रष्टाचार के मामले में सात साल जेल की सजा काट रहे शरीफ को 27 अक्टूबर को बीमारी के चलते इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने आठ सप्ताह के लिए रिहा किया था।