पार्टी का चेहरा अभी भी नवाज ही
ऐसे कई बिंदु हैं जिनसे ये साबित होता है कि जनता में नवाज शरीफ को लेकर सहानुभूति है। ऐसे में भले ही नवाज शरीफ चुनाव में प्रत्यक्ष रूप से शामिल हो रहे हैं, लेकिन फिर भी पार्टी का चेहरा होने के नाते उन्हें काफी फायदा होने की संभावना जताई जा रही है।
लोगों को लगता है नवाज के साथ ज्यादती हुई
बता दें कि नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम को भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया गया है। वहीं इससे पहले 2016 के पनामा पेपर्स मामले में पिछले साल 28 जुलाई को पाक के सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें प्रधानमंत्री पद से आयोग्य करार दिया था। इस फैसले के बाद शरीफ चुनाव नहीं लड़ सकते हैं। लेकिन लोगों के अंदर अभी भी ये भावना है कि उनके साथ ज्यादती की गई है और उन्हें गैर-कानूनी तरीके से हटाया गया। यह एक बड़ी वजह है कि लोग उन्हें वापस सत्ता में रहे।
पत्नी को वेंटिलेटर पर छोड़ जेल गए थे नवाज
यही नहीं उनकी पत्नी का स्वास्थ भी ठीक नहीं है, पिछले साल ही उनको कैंसर होने का पता चला था। फिलहाल उनका लंदन में इलाज चल रहा है। नवाज उनको अपनी गिरफ्तारी से पहले वेंटिलेटर पर छोड़ के आए थे। साथ ही उन्होंने लोगों से भी एक ऑडियो क्लिप जारी करके अपील की थी कि वो जेल में हैं और उनकी बीमार पत्नी के लिए दुआ करें।
अपनी बेटी मरियम को बताया ‘ देश की बेटी ’
नवाज ने लोगों के सामने अपनी बेटी मरियम को ‘ देश की बेटी ’ बताते हुए कहा कि उसे भी षड़यंत्र के तहत जेल में बंद करके रखा गया है। हालांकि उन्होंने अपने खिलाफ लोगों पर निशाना साधते हुए कहा था कि षड़यंत्र रचने वाले इस भ्रम में न रहें कि जेल की दीवार मतदाताओं के साथ उनके रिश्तों को खत्म कर सकती हैं।
आईएसआई के बयान का पड़ेगा असर?
विशेषज्ञों की माने तो इस चुनाव के परिणाम में नवाज शरीफ का नारा ‘मुझे क्यों निकाला’ एक अहम मुद्दा है, जो मतदाताओं को उनसे और उनकी पार्टी की ओर झुकने पर मजबूर कर सकती हैं। साथ ही हाल ही में इस्लामाबाद के चीफ जस्टिस ने भी अपने एक बयान में कहा कि आईएसआई न्यायिक प्रक्रिया को पूरी तरह प्रभावित करने की कोशिश में है और उन्होंने निर्देश दिया है कि पाकिस्तान चुनाव से पहले नवाज को जेल से रिहा न किया जाए। ऐसे में जो अमनप्रिय लोग हैं वो इस बयान के बाहर आने के बाद नवाज के पक्ष में जाते दिख रहें हैं।
सर्वे में भी नवाज छाए
हाल ही में जारी हुआ एक सर्वे भी कुछ ऐसे दावे कर रहा है। इसमें पाक में आने वाले चुनाव में तीन बड़े चेहरों में नवाज शामिल है। उनका अंतर उनके प्रतिद्वंदी इमरान से बेहद कम है।