पाकिस्तान ने भारत के 44 वीर सपूतों पर कायरतापूर्ण हमले के बाद अब खुद को पाक साफ़ बताने के लिए एक नया नाटक रचा है। आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार शाम को आतंकियों ने सीआरपीएफ बस पर हमला किया जिसमें 44 जवान शहीद हो गए थे। इस हत्याकांड की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। अब घटना के लगभग 20 घंटे बाद पाकिस्तान ने हमले की किसी भी कड़ी में शामिल होने से इनकार किया है और इस घटना की निंदा की है। भारत ने जैश-ए-मोहम्मद और मसूद अजहर को बचाने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है। भारत ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की और जैश-ए-मोहम्मद और उसके संस्थापक मसूद अजहर को बचाने के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराया, इसके बदले में पाकिस्तान का कहना है कि वे भारत सरकार और मीडिया द्वारा दिए जा रहे “सुझावों” को स्वीकार नहीं करते हैं।
पाकिस्तान भी विनाशकारी आतंकी हमले की निंदा करने वाले संयुक्त राष्ट्र और वैश्विक नेताओं में शामिल हो गया, जिसमें सीआरपीएफ के 44 जवान मारे गए। गुरुवार देर रात पाकिस्तान ने एक बयान जारी किया और कहा कि आतंकी हमला गंभीर चिंता का विषय है। पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा, “भारतीय कब्जे वाले कश्मीर में पुलवामा में हमला गंभीर चिंता का विषय है। हमने हमेशा से दुनिया में कहीं भी हिंसा की निंदा की है। साथ ही हम जांच के बिना हमले को पाकिस्तान से जोड़ने के लिए भारतीय मीडिया और सरकार में शामिल तत्वों द्वारा किसी भी आग्रह को खारिज करते हैं। आपको बता दें कि भारतीय MEA ने अपने बयान में कहा, “भारत पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करता है। पाक स्थित जैश-ए-मोहम्मद द्वारा घिनौना, घृणित कृत्य किया गया। हम मांग करते हैं कि पाकिस्तान को अपने क्षेत्र में सक्रिय आतंकवादियों और आतंकी समूहों का समर्थन करना बंद करना चाहिए और आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को नष्ट करना चाहिए।” पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) के आतंकी समूह ने श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली है।