उन्होंने कहा कि हम वर्तमान परिस्थिति में इसलिए हैं, क्योंकि सरकार ने लगभग दो महीने की लापरवाही की है। कुछ दिनों के लॉकडाउन में हमारे यहां मौत का आंकड़ा कम था। अब हम मामलों में एक खतरनाक उछाल देख रहे हैं। वे लॉकडाउन प्रतिबंधों को कम कर रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण लगभग दो महीने के अंतराल के बाद नेशनल असेंबली बुलाई गई।
आसिफ ने बताया कि दो हफ्ते पहले, हमें बताया गया था कि हमारी परीक्षण क्षमता बढ़ाकर 50,000 कर दी जाएगी। लेकिन अब हमें बताया जा रहा है कि यह केवल 20,000 है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने कहा कि संघीय सरकार कोरोनो वायरस संकट को दूर करने के लिए सिंध सरकार के प्रयासों को बाधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि प्रांतीय सरकार द्वारा तैयार अध्यादेश को राज्यपाल द्वारा अनुमति नहीं दी गई। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यूरोप में और संयुक्त राज्य अमरीका की तुलना में पाकिस्तान में कोविड-19 की स्थिति को अलग बताते हुए सरकार की महामारी से निपटने का बचाव किया।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने तालाबंदी जारी रखी, तो 20 मिलियन लोग गरीबी रेखा से नीचे चले जाएंगे। पाकिस्तान में कोविड-19 मामलों की संख्या 31,684 हो गई। इनमें से पंजाब में 11,568 मामले, सिंध में 12,017, खैबर-पख्तूनख्वा में 4,875, बलूचिस्तान में 2,017, इस्लामाबाद में 679, गिलगित-बाल्टिस्तान में 442 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 86 मरीज हैं। बीते 24 घंटों में कुल 28 और लोगों की मौत हो गई है, जो पाकिस्तान में कोविड-19 की मौत को 667 तक ले जा रहे हैं।