गौरतलब है कि पाकिस्तान में अचानक कोरोना मरीजों की दर में काफी इजाफा हुआ है। यहां पर कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख के पार पहुंच चुकी है। रविवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान में कुल संक्रमितों की संख्या 1 लाख 1 हजार 173 है। कोरोना से अब तक 2032 लोगों की मौत हो चुकी है। पाकिस्तान ऐसा 16वां देश बन चुका है, जहां मरीजों का आंकड़ा 1 लाख से अधिक है।
पाकिस्तानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोरोना पॉजिटिव मिले 33 हजार 465 लोग ठीक हो चुके हैं। पाकिस्तान के पंजाब में अब तक 37,090, सिंध में 38,108, खैबर-पख्तूनख्वा में 13,487, बलूचिस्तान में 6,221, इस्लामाबाद में 4,979, गिलगित-बाल्टिस्तान में 927 और पीओके में 361 मामले अब तक सामने आ चुके हैं।
बीते दिनों पाकिस्तान में कोरोना संक्रमित लोगों की रफ्तार तेजी से बढ़ी हैं। इमरान को कई विशेषज्ञों ने कड़े प्रतिबंध लगाने हिदायत दी है। मगर उनका कहना है कि वह सख्त पाबंदियां लगाने के पक्ष में नहीं है। कोरोना की कोई समय सीमा नहीं है। ऐसे में पांबदियां लगाने देश में भुखमरी के हालात हो जाएंगे। उनका कहना है कि लॉकडाउन के पैरवी वे कर रहे हैं, जिनके पास प्राप्त धन हैं। उनके लिए ये करना एक आम बात हैं। मगर मजूदरों और किसानों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। हाल ही में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रांतीय विधायक चौधरी अली अख्तर भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
वहीं पाकिस्तान में कोरोनो वायरस के कारण एक प्रांतीय मंत्री सहित चार सांसदों की मौत हो गई है। इस दौरान खैबर पख्तूनख्वा प्रांत ने पूरे प्रांत के सार्वजनिक अस्पतालों में मास्क को पहनना अनिवार्य कर दिया है। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि किसी भी व्यक्ति को बिना फेस मास्क के सरकारी अस्पताल में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।