इनमें से 20 को सद्भावना के तहत रिहा करने का फैसला
रिपोर्ट में कहा गया है कि इन मछुआरों को सोमवार को लाहौर जिले में वाघा सीमा ( Wagah Border ) पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा। मलेर जिला जेल लांढी के अधीक्षक औरंगजेब खान ने बताया कि इन्हें मिलाकर इस वक्त 237 भारतीय मछुआरे इस जेल में कैद थे। पाकिस्तान की सरकार ने इनमें से 20 को सद्भावना के तहत रिहा करने का फैसला किया है। यह बीते एक साल से अधिक समय से जेल में थे। इनकी रिहाई के बाद अब पाकिस्तान की जेल में 217 भारतीय मछुआरे कैद में हैं।
पाकिस्तान की सीनाजोरी! कहा- ननकाना साहिब को नहीं पहुंचा नुकसान, खबरें झूठी
वाघा सीमा के रास्ते भारतीय अधिकारियों को सौंपे जाएंगे मछुआरे
औरंगजेब खान ने बताया कि इन बीस भारतीय मछुआरों की रिहाई रविवार दोपहर की गई। इन्हें जेल पुलिस की निगरानी में परोपकारी संगठन ईधी फाउंडेशन द्वारा कराची कैंट रेलवे स्टेशन पहुंचाया गया। यहां से इन्हें लाहौर रवाना किया गया। ईधी फाउंडेशन के प्रमुख फैसल ईधी ने इन्हें स्टेशन पर विदा किया। अब 6 जनवरी को लाहौर में ईधी फाउंडेशन की निगरानी में यह भारतीय मछुआरे वाघा सीमा तक जाएंगे जहां दोपहर बाद इन्हें भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया जाएगा।