भारतवंशी को मिलेगा प्रतिष्ठित आइंस्टीन पुरस्कार, गुरुत्वाकर्षण विज्ञान पर किया शोध इलाज कराने दुबई गए फिर कभी नहीं लौटे पूर्व सैन्य प्रमुख इलाज के लिए दुबई गए थे और सुरक्षा और सेहत संबंधी कारणों का हवाला देकर तब से वतन नहीं लौटे हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुशर्रफ के वकील ने पीठ को बताया कि उनके मुवक्किल वीडियो लिंक के जरिए बयान दर्ज कराने में असमर्थ हैं, क्योंकि वह अस्वस्थ हैं। जस्टिस ने वकील से पूछा कि क्या मुशर्रफ को कैंसर है तो उन्होंने प्रतिक्रिया थी कि पूर्व राष्ट्रपति को दिल से संबंधित तकलीफें हैं। वकील ने कहा कि वे कायर नहीं है। वह खुद अदालत में पेश होना चाहते हैं और अपने बचाव में सबूत रखना चाहता हैं।
यूएई जाकर मुशर्रफ का बयान दर्ज करेगा आयोग जस्टिस अली ने कहा कि मुल्जिम अभी विदेश में है। उनके वकील के मुताबिक वह बहुत बीमार हैं। अभियोजन के वकील ने कहा कि परवेज मुशर्रफ का पुराना रिकॉर्ड हमारे सामने है। वह वीडियो लिंक के जरिए बयान दर्ज कराने के लिए तैयार नहीं है। पीठ ने कहा कि हमें बताया गया है कि परवेज मुशर्रफ बीमारी की वजह से अदालत में पेश नहीं हो सकते हैं। वह देशद्रोह के मामले में बयान दर्ज कराना चाहते हैं। अदालत ने न्यायिक आयोग गठित करने का निर्णय किया है जो यूएई जाकर मुशर्रफ का बयान दर्ज करेगा। पीठ ने कहा कि आयोग के सदस्य और इसका दायरा बाद में तय किया जाएगा। अगर किसी को आयोग गठित करने पर आपत्ति है तो वह इसे हाई कोर्ट में चुनौती दे सकता है। अदालत ने 14 नवंबर तक के लिए मामले की सुनवाई स्थगित कर दी है।