इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह भारत के साथ कश्मीर समेत सभी विवादों को दोस्ताना तरीके से सुलझाना चाहता है। साथ ही उसने यह भी संकेत दिया कि सिंधु जल समझौता को किसी एक देश द्वारा तोड़ा नहीं जा सकता है। पाकिस्तान इस पर नजर बनाए रखे हुए है।
कश्मीर को बताया ‘फसाद की जड़’
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा कि कश्मीर विवाद भारत और पाकिस्तान के बीच ‘फसाद की जड़’ है। उन्होंने अंतराष्ट्रीय समुदाय से भी अपील की है कि वह लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद को खत्म करने में अपनी पूरी जिम्मेदारी निभाए।
साल की अपनी आखिरी ब्रीफिंग में जकारिया ने कहा, ‘हम भारत के साथ सभी मुद्दों को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहते हैं। साथ ही, कश्मीर में भारत द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का पूरी तरह उल्लंघन करने की भी निंदा करते हैं।’
सिंधु जल संधि में एकतरफा बदलाव संभव नहीं
भारत द्वारा उड़ी हमले के बाद सिंधु जल संधि को रिव्यू किए जाने के रिपोर्ट पर जकारिया ने कहा कि कोई भी देश एकतरफा तरीके से इस संधि में बदलाव या रद्द नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इसपर नजर बनाए हुए है और इस ऐतिहासिक संधि को तोड़े जाने को लेकर रणनीति बनाएगा।
रेडियो पाकिस्तान का हवाला देते हुए कहा, ‘हम सिंधु जल संधि के ढांचे के भीतर भारत की गतिविधियों का आकलन करेंगे।’ उन्होंने कहा कि इस संधि से संबंधित किसी भी विवाद को सुलझाने के लिए मध्यस्थता तंत्र है, पहले भी इस समझौते के विषय शांति से निपटाए जा चुके हैं।
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