पक्लिस्तानी मीडिया में इस बात की चर्चा है इस चुनाव के परिणाम 2014 के आम चुनावों में सत्ता में आने के बाद मोदी हिंदू राष्ट्रवादियों के लिए यह नुकसान सबसे बड़ा होगा। हजारों नौकरियों के वादे और कृषि आय दोगुनी की बातकर बीजेपी ने पिछले चार वर्षों में भारत के 29 राज्यों में से 22 में जीत दर्ज की गई है। अब पाकिस्तानी मीडिया ने चुनाव नतीजों केरुझानों के हिसाब से भाजपा की हार पर खुशी जाहिर की है। पाकिस्तानी के मशहूर चैनल जियो टीवी का कहना है कि राज्य के विधानसभा चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी को बड़ा नुकसान हो सकता है। जियो न्यूज ने अपनी रपट में कहा है कि पीएम मोदी की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) चुनावों में तीन राज्यों में सबसे महत्वपूर्ण बढ़त खो सकती है, जबकि क्षेत्रीय दलों के प्रभुत्व वाले दो छोटे राज्यों में इसकी उपस्थिति कम है।
पाकिस्तानी ने हाल के दिनों में पीएम मोदी को हिन्दू कट्टरवादी बताते हुए उनकी खूब आलोचना की है। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के साथ-साथ की वहां की मीडिया ने भी पीएम मोदी की सरकार को हिन्दूवादी बताते हुए हाल के दिनों में उन पर खूब हमले किये हैं। पाकिस्तानी मीडिया ने मदिर और गाय के मुद्दे पर भी मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है। पाकिस्तान में यह कहा गया है कि 2014 के आम चुनावों में सत्ता में आने के बाद मोदी और उनके साथ के हिंदू राष्ट्रवादियों के लिए यह नुकसान सबसे बड़ा होगा। पाकिस्तानी मीडिया ने इस बात पर खुशी जताई जा रही है कि इन चुनावों में बीजेपी की हार के बाद भारत में मोदी कमजोर होंगे। गौरतलब है कि पाक पीएम इमरान खान ने भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुस्लिम विरोधी और पाकिस्तान विरोधी बताया है।
बीते दिनों पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने करतारपुर कारीडोर के शिलान्यास के बाद बोलते हुए कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच शांति तभी स्थापित हो सकती है जब नवजोत सिंह सिद्धू भारत के पीएम बन जाएंगे। उनके इस बयान के बाद ही इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि पाकिस्तान भारत में सत्ता परिवर्तन की उम्मीद में हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमरीकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि भारत में चुनाव के दिन बाद कुछ परिवर्तन आने वाले हैं। उन्होंने कहा था कि भारत का सत्ताधारी दल मुस्लिम विरोधी और पाकिस्तान विरोधी है। उन्होंने तब उम्मीद जताई थी कि चुनावों के खत्म होने के बाद भारत में कुछ ‘सकारात्मक’ बदलाव आएंगे।