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नई दिल्ली। एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए चीन के किंगदाओ शहर गए पहुंचे पीएम मोदी ने उजबेकिस्तान और ताजिकिस्तान के राष्ट्रपतियों के साथ अलग-अलग बैठकें की। दोनों देशों के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने दोनों मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत करने के लिए कई विषयों पर चर्चा की।
उजबेकिस्तान के साथ भारत के पुराने रिश्ते
पीएम मोदी ने उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति शावत मिर्जियॉयव के साथ आपसी हितों और संबंधों को मजबूती देने वाले कई मुद्दों पर बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों की पूरी समीक्षा की। दोनों देशों ने विशेष रूप से आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के तरीकों की समीक्षा की। बाद में पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, "उजबेकिस्तान के राष्ट्रपति मिर्जियॉयव से मिलना बेहद कीमती रहा। हमारे राष्ट्रों के बीच संबंधों की जड़ें इतिहास में हैं। हमने भारत-उजबेकिस्तान की दोस्ती की पूरी श्रृंखला की समीक्षा की है विशेष रूप से आर्थिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों की ।"
राष्ट्रपति मिर्जियॉयव ने पीएम मोदी से मिलने के बाद कहा कि भारत और उजबेकिस्तान के बीच द्विपक्षीय व्यापार 325 मिलियन अमरीकी डालर है , जो संभावनाओं और क्षमता से बहुत कम है। मिर्जियॉयव ने अपने देश में निवेश पार्क / जोनों की स्थापना के लिए भारत की मदद मांगी है। उन्होंने जल्दी ही अपने उप प्रधानमंत्री को भारत भेजने का भी वादा किया है।
ताजिकिस्तान भारत का घनिष्ठ सहयोगी
पीएम मोदी ने ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान से भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों के बारे में बात की। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमन के साथ बैठक बहुत दिलचस्प रही। हमने द्विपक्षीय सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों के बारे में बात की।"
बता दें कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए मोदी दो दिवसीय यात्रा पर चीन के शेडोंग प्रांत के शहर किंगदाओ पहुंचे हैं। यह पहली बार है कि भारत एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग ले रहा है।
Published on:
10 Jun 2018 02:25 pm
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