अमरीका के जन्म से पहले भी सऊदी अरब दुनिया का बड़ा देश था दरअसल ट्रंप ने कहा था कि अमरीकी मदद के बिना सऊदी अरब दो हफ्ते के अंदर नष्ट हो जाएगा। इस पर सऊदी ताज के उत्तराधिकारी बिन सलमन ने कहा कि जब एक देश के रूप में अमरीका का जन्म भी नहीं हुआ था, उससे बहुत समय पहले से ही सऊदी अरब दुनिया का एक प्रमुख देश हुआ करता था और आने वाले 2000 वर्षों तक उसे कोई खतरा नहीं है। अमरीका और सऊदी अरब मित्र राष्ट्र हैं। उनके बीच अरबों रुपए का कारोबार होता है। सऊदी युवराज यह भी कहते रहे हैं कि उन्हें ट्रंप के साथ काम करना पसंद है। यही वजह है कि दोनों नेताओं की बयानबाजी से सारी दुनिया को हैरानी हुई है।
बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है सऊदी अरब पश्चिमी देशों में सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान को एमबीएस के नाम में जाना जाता है। एक अंग्रेजी मीडिया समूह को दिए साक्षात्कार में सलमान ने कहा कि मामला आर्थिक हो, राजनीतिक या फिर बड़े कानूनी बदलावों का, बड़े परिवर्तन के लिए बड़े बलिदान की जरूरत पड़ती है। बड़ी कीमत चुकाने पर ही बड़े बदलाव आते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका में भी जब दासों को मुक्त कराने की कोशिश की गई, तो गृहयुद्ध के रूप में अमरीकियों को इसकी कीमत चुकानी पड़ी थी। यहां तक कि कुछ साल तक अमरीका विभाजित हो गया था। अमरीका में दासों को आजाद कराने के लिए हजारों लोगों को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ी थी। सऊदी युवराज ने कहा कि इसी तरह से उनके देश में भी आतंकवाद औऱ् कट्टरपंथ से मुक्ति पाने की जद्दोजहद चल रही है, लेकिन यह लक्ष्य बिना किसी गृहयुद्ध के ही हासिल कर लिया जाएगा।