सूचना अवैध रुप से ऑनलाइन सामने लाई गईं इससे पहले जून-जुलाई में पीएम ली सीन लूंग सहित 15 लाख सिंगापुर निवासियों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड की चोरी हुई थी। यह देश का अब तक सबसे बड़ा डेटा लीक का मामला था। स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार जनवरी, 2013 तक जिन 14,200 लोगों के एचआईवी के गिरफ्त में आने की पुष्टि हुई थी,उनकी गोपनीय सूचना एक अनिधकृत व्यक्ति के पास है। मंत्रालय ने कहा कि यह सूचना अवैध रुप से ऑनलाइन सामने लाई गई है। उनमें नाम, पहचान संख्या, संपर्क विवरण, एचआईवी परीक्षण परिणाम और अन्य मेडिकल सूचनाएं हैं। मंत्रालय ने कहा कि इस सूचना तक पहुंच पर रोक लगा दी गई है,लेकिन यह अब भी उस व्यक्ति के पास है,जिसने इसे लीक किया और इसे फिर सामने लाया जा सकता है।
फरेरा ब्रोचेज के पास ये सूचनाएं हैं स्वास्थ्य मंत्रालय को बीते हफ्ते पुलिस ने बताया था कि एचआईवी रजिस्ट्री की गोपनीय सूचनाएं लीक हो गई हैं। मंत्रालय के अनुसार मिखी के फरेरा ब्रोचेज के पास ये सूचनाएं हैं। वह 2008-16 के दौरान सिंगापुर में रहता था। उसने कहा कि ब्रोचेज को ड्रग और धोखाधड़ी के अपराधों में जेल में डाला गया था और सजा पूरी होने के बाद पिछले साल उसे प्रत्यर्पित किया गया था।
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