देशहित में लिया गया यह फैसला : किम
रिपोर्ट में कहा गया है कि किम जोंग उन ने यह फैसला उत्तर कोरिया के हित में लिया है। किम का मानना है कि परमाणु परीक्षण से ज्यादा देश की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय मुद्दे पर ध्यान देना बहुत जरुरी है। किम के इस फैसले को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि सनकी तानाशाह किम जोंग ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब वे अपने प्रतिद्वंदी दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति से एक सम्मेलन में मिलने वाले हैं। साथ ही अमरीकी राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले हैं। बताया जा रहा है कि किम चीन की यात्रा करने के बाद अमरीका का दौरा करने वाले हैं।
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अमरीका ने किम के फैसले का किया स्वागत
आपको बता दें कि अमरीका ने उत्तर कोरिया के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण रोकने के फैसले का स्वागत किया है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण प्रोग्राम रोकने पर राजी हो गया है। यह उत्तर कोरिया और दुनिया के लिए बहुत ही अच्छी खबर है।’ बता दें कि किम का यह फैसला पूरी दुनिया के लिए एक राहत की खबर है क्योंकि अपनी हठधर्मिता से किम दुनिया को तबाह करने की ओर बढ़ रहे थे। यह फैसला अमरीका के लिए भी बड़ी राहत की खबर है क्योंकि किम जोंग खुलेआम ट्रंप को युद्ध के लिए चुनौती देते रहे है।
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8 सालों में पहली बार किम ने किया विदेश दौरा
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग उन पिछले कुछ महीनों से दुनिया के बाकी देशों के साथ रिश्ते सुधारने में लगे हुए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि पिछले 8 सालों से अपने में देश में बंद किम जोंग ने किसी भी देश से संपर्क नहीं किया था लेकिन 2011 में सत्ता संभालने के 8 साल बाद अचानक विदेश दौरे पर निकले। किम ने सबसे पहले विदेश दौरे के लिए चीन का चुना। किम ने चीन का दौरा करते हुए राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। इसके बाद उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री रूस के दौरे पर भी गए।