कई देशों के दरवाजे खटखटाए स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के प्रमुख तारिक बाजवा और अबू धाबी फंड फोर डेवलपमेंट के महानिदेशक मोहम्मद सैफ अली सुवैदी ने इस राहत पैकेज की घोषणा की है। बता दें कि पाकिस्तान की नीतियों के चलते आईएमएफ इंटरनेशनल मॉनेटरिंग फंड ने उसे कोई भी राहत देने से मना कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान ने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कई देशों के दरवाजे खटखटाए। अमरीका ने भी पाकिस्तान पर आई इस मुसीबत से पल्ला झाड़ दिया था।
आठ अरब डॉलर की जरूरत पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट कर कहा कि यूएई ने स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान में तीन अरब डॉलर जमा करने को औपचारिक रूप दिया है। आबू धाबी में इस राहत पैकेज को अंतिम रूप दिया गया। गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से मदद नहीं मिलने के बाद यूएई ने बीते साल दिसंबर में इस्लामाबाद को राहत पैकेज देने की घोषणा की थी। सऊदी अरब भी पाकिस्तान को आर्थिक मदद देने की बात कह चुका है। पाकिस्तान को अपनी अर्थव्यवस्था पटरी पर लाने के लिए आठ अरब डॉलर की जरूरत है।
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