जनपद की तीन तहसील क्षेत्रों में सुबह 11:00 बजे से 1000 किसानों को कर्जमाफी प्रमाण पत्र वितरित का कार्य शुरू कर दिया है। इसके लिए शासन द्वारा सात करोड़ रुपए बैंकों को आवंटित किए जा चुके हैं। उप कृषि निदेशक विजय कुमार ने बताया कि द्वितीय चरण का सत्यापन 17 सितंबर के आसपास पूर्ण हो चुका था। शुक्रवार को औरैया में तिलक डिग्री कॉलेज, अजीतमल में जनता महाविद्यालय, बिधूना में खुशी गेस्ट हाउस पर कर्ज माफी के प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।
द्वितीय चरण में 9784 लोगों को शामिल किया गया है, लेकिन सिर्फ 1000 लोगों को तहसील स्तर ही प्रमाण पत्र वितरित किया गया है। शेष बचे किसानों के संबंधित बैंकों के शाखा प्रबंधकों को प्रमाण पत्र देंगे। वही एक सप्ताह बाद तीसरे चरण के लिए सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा, जिसके लिए निर्धारित की जाएगी। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष और क्षेत्रीय विधायक जिलाधिकारी अपर जिलाधिकारी संबंधित तहसील के उपजिलाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने चुनाव से पूर्व अपने घोषणापत्र में किसानों के एक लाख तक के ऋण माफी का ऐलान किया था जिसको सरकार द्वारा अलग-अलग जातियों में क्रम बाहर वितरण कार्य शुरू कर दिया गया है ।
दीनदयाल जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजित किए गए कार्यक्रमों में पहले जिला स्तर पर अलग-अलग तहसीलों से कुछ किसानों को बुलाकर एक बेहद बड़े आयोजन के माध्यम से किसानों के ऋण वितरण पत्र वितरित किए गए थे, उसी क्रम में अब तहसील स्तर पर अलग-अलग ऋण वितरण कैंप का आयोजन कर किसानों का ऋण माफी का प्रमाण पत्र वितरित किया जा रहा है।
शुक्रवार को आयोजित हुए कार्यक्रम में अजीतमल औरैया बिधूना में ऋण वितरण कार्यक्रम चल रहे हैं वही अजीतमल में किसानों का कहना है कि भाजपा सरकार ने अपने वादे के अनुरूप ऋण वितरण पत्र देकर अपना वादा पूरा किया है। और आने वाले 2019 के लोकसभा चुनाव में भी हम किसान लोग भाजपा को ही वोट देंगे क्योंकि यह ऋण प्रमाणपत्र ऐसी गरीबी में सूखा में हम लोगों के लिए वरदान साबित हुआ है कई किसान मरने को विवस थे। ऋण माफी मानो संजीवनी हो गईं है हम लोगो के लिए।