पाता रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों के मुताबिक मालगाड़ी लूप लाइन में खड़ी थी। सिग्नल होने पर लोको पायलट ने गार्ड से बातचीत कर लूप से मेन लाइन पर आने के लिए शंटिंग कराई। ब्रेक लेने के दौरान गार्ड बोगी का एक पहिया ट्रैक से नीचे उतर गया। पहिये के उतरते पर जोर का झटका व तेज आवाज सुनकर लोको पायलट व गार्ड के हाथ पांव फूल गए। उन्होंने तत्काल स्टेशन व टूंडला और कानपुर कंट्रोल रूम को सूचना दी।
हादसे की जानकारी मिलते ही परिचालन कंट्रोल सक्रिय हो गया। टूंडला से सीएनडब्ल्यू की टीम व एक क्रेन पाता स्टेशन पहुंची। इसके बाद उतरे पहिये को ट्रैक पर चढ़ाया जा सका। गार्ड जगदीश प्रताप ने बताया कि शंटिंग के दौरान यह हादसा हुआ है। उधर उत्तर मध्य रेलवे के अफसरों का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। किस कारण से यह हादसा हुआ, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो सका है। लूप लाइन में हुए हादसे के कारण मेन लाइन पर ट्रेनों का संचालन बाधित नहीं हुआ।