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अमरीका में 2017 तक इंटरनेट से जुड़ेंगी 60 प्रतिशत कारें, भारत में भी काम जोरों पर

व्हाट्सएप के कोफाउंडर ब्रायन एक्टोन ने अन्य ग्लोबल बिजनेसमैन ने ट्रैक एन टेल नामक एक भारतीय कंपनी में अज्ञात रकम के निवेश की घोषणा की।

Jul 13, 2016 / 11:25 am

वाॅशिंगटन। इंटरनेट अब आॅटोमोटिव सेक्टर में भी दखल दे रहा है। भविष्य की कारें अपने आप चलने वाली होंगी। इनको ड्राइवर की जरूरत ही नहीं होगी। ग्लोबल रिसर्च कंपनी आईएचएस ऑटोमोटिव के मुताबिक अमरीका में बिकने वाली 60 प्रतिशत कारें 2017 तक इंटरनेट से जुड़ जाएगी। 
इस में बताया गया है कि दुनिया भर में फिलहाल 2.3 करोड़ कनेक्टेड कारें सडक़ पर दौड़ रही हैं, लेकिन साल 2020 तक 15.2 करोड़ कनेक्टेड कारें सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी। इधर भारत भी इस मामले में पीछे नहीं है आैर कर्इ देसी कंपनियों की नजर भविष्य के इस सेक्टर पर हैं। 
कर्इ विदेशी कंपनियां भी भारतीय बाजार को देखते हुए एेसी कंपनियों में निवेश करने में रुचि दिखा रही हैं। इसी के तहत व्हाट्सएप के कोफाउंडर ब्रायन एक्टोन ने अन्य ग्लोबल बिजनेसमैन ने ट्रैक एन टेल नामक एक भारतीय कंपनी में अज्ञात रकम के निवेश की घोषणा की। 
ब्रायन के इस निवेश से भारत में इंटरनेट कनेक्टेड कारों की उपलब्धता को बढ़ाया जाएगा। ट्रैक एंड टेल गुडग़ांव बेस्ड एक स्टार्टअप है जो कार ट्रैकिंग टेलेमेटिक्स का समाधान मुहैया कराती है। इसकी स्थापना 2007 में की गई थी। यह ऑटोमोटिव्स टेलेमेटिक्स टेक्नोलाॅजी कंपनी बिट्स एन बाइट सॉफ्ट प्रा. लि. की स्वामित्व वाली कंपनी है और वही इसका संचालन करती है। 
ट्रैक एन टेल के सीर्इआे प्रांशु गुप्ता ने एक बयान जारी कर बताया, हम भारत में कनेक्टेड कारों के बढ़ते रुझान से खुश हैं। यह फंडिंग मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों को वैश्विक स्तर पर मिली सराहना का संकेत है। 
उन्होंने कहा, हम देश में कार और बाइक की सुरक्षा के लिए अलग-अलग उन्नत समाधान प्रस्तुत करेंगे।हमारा लक्ष्य कनेक्टेड कार के भारतीय संस्करण को बाजार में उतारना है, जो यूरोप और उत्तरी अमरीका में उपलब्ध है। 
ट्रैक एन टेल जुटाए गए फंड का उपयोग उत्पाद विकास और व्यापार विस्तार में करेगी। फिलहाल कंपनी का जीपीएस उत्पाद बाजार में उपलब्ध है, जिससे कार मालिक अपने व्हीकल्स पर नजर रख सकते हैं। यह इंजन की संभावित खराबी, मेंटनेंस की सूचना, ईंधन की निगरानी प्रणाली और कई अन्य सूचनाएं भी प्रदान करता है। 
उधर एक्टोन का कहना है, प्रांशु के पास भारतीय मोटर वाहन बाजार के लिए दिलचस्प योजनाएं हैं और मैं एक निवेशक के रूप में उनके व्यापार को आगे बढ़ाने में मदद करने को लेकर उत्साहित हूं। ट्रैक एन टेल का हिस्सा बनना बेहद अच्छा है।

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