पेट्रोल या डीजल नहीं बल्कि इस ‘खास तेल’ से चलते हैं इस कंपनी के डिलीवरी ट्रक चूकिं कार का एसी (HVAC) प्रणाली पर काम करता है, इसे ऑटोमोटिव हीटिंग, वेंटिलेटिंग और एयर कंडीशनिंग के तौर पर बांटा गया है और जब से इस सिस्टम का अविष्कार हुआ है इसमें कुछ खास बदलाव नहीं देखने को मिला है। शायद यही कारण है कि लोग लंबे समय से कार को बंद करने से पहले एसी को बंद करने की सलाह देते आ रहे हैं।
पुराने दिनों में, जब कार के इंजन में कार्बोरेटर का इस्तेमाल हुआ करता था। उस वक्त कार में लगाये जाने वाले एक्सेसरीज जैसे एसी आदि इतने ज्यादा बेहतर तकनीकी से लैस नहीं थें जितने की आज हैं। उस वक्त कार के एसी को जब स्टॉर्ट किया जाता था तो वो कार के इंजन पर बहुत ज्यादा लोड डालते थें इसका सीधा असर इंजन की लाइफ पर भी पड़ता था लेकिन अब आज की कारों में ऐसा नहीं है।
जब तक आपकी कार के इंजन का तापमान सही नहीं होता है। वो एक निश्चित वॉर्म-अप ट्रेम्प्रेचर तक नहीं पहुंचता है तो इससे उसके परफार्मेंस पर असर पड़ता है। इसका सबसे बुरा असर कार की माइलेज पर देखने को मिलता है। जब आप कार को रोकते हैं उस वक्त इंजन को बंद करने से पहले एसी को जरूर बंद करें। क्योंकि, ऐसा करने से बंद होने के बावजूद कार का इंजन पूरी तरह से बंद नहीं होता
जिसके बाद दोबारा कार को स्टॉर्ट करने पर एसी का कंप्रेसर एक बार फिर से फुल लोड लेकर स्टॉर्ट होता है जिसका बुरा प्रभाव कार की इंजन और एसी के कंप्रेसर दोनों पर ही पड़ता है। वहीं ऐसा बार-बार करने से एसी का कूलिंग सिस्टम भी प्रभावित होता है जिससे आपकी कार समय पर ठंडी नहीं हो पाती है। जब आप एसी को स्विच आॅफ करते हैं तो वो एक पूरी प्रक्रिया के साथ बंद होता है और उसके बाद जब आप इंजन बंद करते हैं तो पूरी गाड़ी का सिस्टम बंद होता है।