आतंकी हमले की आशंका से घिरी रहने वाली अयोध्या की सुरक्षा में लगायी गयी सुरक्षाकर्मियों की फ़ौज ड्रोन कैमरा करेगा निगरानी भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने चार पहिया व दुपहिया वाहनों के लिए रूट डायवर्जन भी किया है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सभी एंट्री प्वाइंट पर सुरक्षा के मद्देनजर दोहरी बैरिकेडिंग की जा रही है।इस बार शहर के मौदहा रेलवे क्रॉसिंग पर माल गाड़ियों की सेंटिंग के लिए जिला प्रशासन ने रेलवे विभाग को पत्र लिखकर कहा है कि वह परिक्रमा के दौरान माल गाड़ियों की सेंटिंग ना करें।पिछले वर्ष परिक्रमा के दौरान भारी भीड़ अनियंत्रित हो गई थी जिसको संभालने में जिला प्रशासन के पसीने छूट गए थे। भारी भीड़ को देखते हुए फैजाबाद के अलावा अन्य जनपदों से भी फोर्स मंगाई गई है।6 कंपनी पीएसी एक कंपनी आरएफ 5 एडिशनल एसपी 15 डिप्टी एसपी 30 इंस्पेक्टर 150 हेड कांस्टेबल व 500 सिपाहियों के हवाले पूरी परिक्रमा को किया गया है। परिक्रमा पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया जाएगा। इसके साथ ही शोहदों पर नजर रखने के लिए सादी वर्दी में भी महिला विंग तैनात रहेगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान राम जब लंका विजय कर अयोध्या लौटे तो उनके स्वागत में दीपावली मनाई गई छप्पन भोग भी खिलाया गया इसके बाद भगवान श्री राम अपने भाइयों के साथ इसी 14 कोसी परिक्रमा पथ पर अयोध्या वासियों का हाल-चाल लिया था जिसके बाद से इसी के तहत 14 कोसी परिक्रमा की परंपरा चलती आ रही है।