अयोध्या के प्राचीन मंदिरों का भी होगा जीर्णोद्धार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम लगाकर भव्य मंदिर निर्माण के साथ उनसे जुड़े अन्य सभी स्थलों के जीर्णोद्धार किये जाने की तैयारी शुरू कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने श्री राम वन गमन मार्ग को विकसित किए जाने की योजना बनाई है तो वही अब अयोध्या में स्थित पौराणिक और ऐतिहासिक मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए पर्यटन विभाग ने सूची तैयार कर ली है जिसमे चन्द्रहरि, विष्णु हरि, धर्महरि, कालेराम, नागेश्वर नाथ, क्षीरेश्वर नाथ , छोटी देवकाली, चित्रगुप्त, लक्षणकिला, सुग्रीव किला, राधा कृष्ण सहित अन्य कई मंदिरों को भी शामिल किया गया है। इन सभी मंदिरों को उनके गरिमा के अनुसार विकसित किया जाएगा।
अयोध्या के 108 कुंडों को विकसित करेगा नगर निगम अयोध्या नगर निगम व विकास प्राधिकरण द्वारा अयोध्या के 108 कुंडों के विकास का कार्य कर रहा है। जिसके लिए सूर्यकुंड बहुत ही प्राचीन और ऐतिहासिक कुंड है जहां भगवान सूर्य की पूजा होती है इस स्थान पर वर्ष में एक बार मेला लगता है इस दौरान लॉक बड़ी संख्या में योग पहुंचते हैं जिसका विकास किए जाने के साथ मल्टी पार्क थिएटर सहित संग्रहालय का भी निर्माण किया जाएगा तो वही भरत कुंड यह भगवान भरत की तपो भूमि जहां पर भगवान श्री राम के चरणपादुका रख कर 14 वर्ष तक अयोध्या का राजपाठ का देख रेख रखा। इस स्थल को ही विकसित करने कार्य किया जा रहा है।
अयोध्या को गरिमा के तहत विकसित करने की योजना अयोध्या नगर निगम मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के मुताबिक अयोध्या को उसके गरिमा के अनुरूप विकसित किए जाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार प्रयास में है जिसके लिए पूरी योजना विजन डॉक्यूमेंट के तहत तैयार कर लिया गया है वही कहा कि नगर निगम अयोध्या के पौराणिक कुंडों को विकसित किए जाने का कार्य कर रहा है साथ ही अयोध्या में यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो इसका भी ख्याल रखा जा रहा है जिसके लिए सुलभ शौचालय, पानी की व्यवस्था रुकने के साधन सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं। तो वही बताया कि अयोध्या श्री राम वन गमन मार्ग को भी विकसित करने की योजना प्रस्तावित है।