Ram Mandir : 29 वर्षों के बाद पूजित होंगी भगवान की प्रतिमाएं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि यह समय बहुत ही कठिन है। खुद को भी बचाना है और राम मंदिर निर्माण के कार्य को भी समय से पूरा करना है। राय का कहना है कि बारिश के पहले नींव को भरने का काम पूरा नहीं हुआ तो परिसर में पानी भर जाएगा। इसलिए गर्भगृह में नींव के लिए खोदे गए 400 फुट लंबे, 300 फुट चौड़े और 40 फुट गहरे गड्ढे में 40 लेयर में नींव भरने का काम तेजी से किया जा रहा है। ग्राउंड इंप्रूवमेंट के काम तेजी लाने के लिए मेसर्स बालाजी कंस्ट्रक्शन कंपनी ने मशीनों के साथ श्रमिकों और कारीगरों की संख्या को बढ़ा दिया है। वाईब्रो रोलर सहित 6 मशीनें और बढ़ाई गयी हैं। इस तरह अब 16 मशीनों के साथ 100 वर्कर काम कर रहे हैं।
एक भी दिन नहीं रुका काम :- राय के मुताबिक पूरे परिसर में नींव के अलाव जहां-जहां खुदाई और जमीन के समतलीकरण का काम हुआ है वहां-वहां इंजीनियरिंग फिल्ड मैटेरियल से उसे भरा जा रहा है। यह कार्य बहुत तकनीकी है। इसलिए एक-एक फिट की लेयर भरी जा रही है। इसे रोलर कंप्रेशर से समतल किया जा रहा है। ताकि मिट्टी ठोस हो जाए। उनके मुताबिक कोविड काल में एक दिन के लिए भी निर्माण कार्य नहीं रुका है।