अयोध्या से शुरू होगा श्रद्धा का सम्मान’ की मुहिम अयोध्या के प्रमुख मंदिर हनुमानगढ़ी , कनक भवन व नागेश्वरनाथ है जहाँ भगवान के प्रति आस्था से चढ़ाया गया फूल प्रतिदिन कई किलो फूल निकलता जो कि सरयू घाट व अन्य कूड़े के ढेर वाले स्थान पर फेक दिया जाता है. जो कि इस तरह से भगवान को चढ़े फूल को फेकना श्रद्धा का भी अपमान माना जाता है। जिसके लिए अब यह संस्था ने ‘श्रद्धा का सम्मान’ मुहिम शुरू की है. अब मंदिरों से निकलने वाला फूल अब कचरे का हिस्सा नहीं बनेंगी बल्कि इस फूल को खाद के रूप में पुनः प्रयोग करेंगे.
मंदिरों से निकने वाले फूलो से बनेगा खाद इस संस्था के तरफ से अयोध्या पहुची डाक्टर शालिनी गुप्ता ने पत्रिका टीम से बातचीत के दौरान बताया कि इस संस्था से जुड़े हुए लोग कई बार अयोध्या तथा अन्य धार्मिक स्थलों पर जा चुके है इन स्थलों पर भगवान को चढ़ने वाले फूलो को अक्सर निकल कर कूड़े के ठेर में डाल दिया जाता है जिसको देख कर हम लोगो में एक संस्था बनाई और सभी लोगो ने इस आटोमेटिक मशीन की डिजाइन बना कर इस मशीन को बनाया गया है इसमें प्रतिदिन 50 किलो फूलों का वेस्ट डालकर खाद तैयार किया जा सकता है. जो कि 15 दिन में ही यह खाद बन कर तैयार हो जायेगा
देश भर के मंदिरों में मशीन को लगाने की मुहीम डाक्टर शालिनी गुप्ता ने बताया कि देश में कूड़ा प्रबंधन एक बड़ी समस्या है।जिसके लिए भारत सरकार ने कूड़ा प्रबंधन के लिए जैसे डोमेस्टिक वेस्ट, प्लास्टिक व इलेक्ट्रानिक्स वेस्ट एवं बायोमेडिकल व हर्जाडस वेस्ट को लेकर कई तरह के नियम बनाए हैं और शहरो में स्थान पर गिला कूड़ा और सुखा कूडे के लिए एक बाक्स बनाया है उसी तरह फूलो के बेस्ट के लिए भी एक अलग बाक्स बने जिससे इन फूलों को इकट्टा कर खाद के लिए प्रयोग किया जा सके. इस मुहिम के माध्यम से देश मंदिरो के प्रबंधन के व्यवस्थापकों से सम्पर्क कर रही हैं। इस कार्य को बढ़ने के लिए सरकार से भी मदद मांगेंगे.