रामजन्मभूमि परिसर में विवादित ढांचा विध्वंस को लेकर सीबीआई की अदालत में होने वाली सुनवाई कोरोना के कारण अब 4 जून तक बढ़ा दिया है। इस दौरान सभी आरोपी लखनऊ के कोर्ट में मौजूद होंगे लेकिन इस पत्रिका टीम से खास बातचीत में बताया है कि जब कोर्ट ने स्वीकार कर लिया कि जहां रामलला विराजमान हैं वह रामजन्मभूमि है और सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहीं मस्जिद का नाम नहीं लिया है उस स्थान पर मंदिर था है और रहेगा इसलिए सीबीआई के अदालत में अभियुक्तों को बुलाकर अंतिम सुनवाई की जा रही है जिसके बाद रामजन्मभूमि से जुड़ा सभी मुकदमा हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा वही बताया कि यह सुनवाई मार्च में ही खत्म हो जाता और 4 अप्रैल को गवाही देने की तिथि भी निश्चित की गई थी लेकिन कोरोना के कारण नहीं बुलाया गया इसलिए अब 1 जून के बाद से ट्रेन व अन्य व्यवस्थाएं चालू हो जाएंगी धीरे धीरे महामारी कम होगा तो सीबीआई की अदालत भी हम लोगों की सुनवाई करेगा जिस पर हम लोगों को विश्वास है कि हम लोग अभियुक्त नहीं हैं जब सुप्रीम कोर्ट ने माना ही नहीं है कि वहां पर बाबरी मस्जिद नाम की कोई चीज की जिसको गिराया गया सुप्रीम कोर्ट के अनुसार वहां पर मंदिर था।