दक्षिण कोरिया और भारत के बीच है संबंध अयोध्या की सरयू तट पर स्थित इंडियन कोरियो पार्क जिसमें भारत और दक्षिण कोरिया के स्थापत्य कला का नमूना प्रदर्शित किया जाएगा। जिसे भारत सरकार और दक्षिण कोरिया सरकार के संयुक्त उपक्रम में इसका निर्माण हो रहा है। इस योजना में भारत सरकार 24 करोड़ रुपये खर्च कर रही है। तो वही कोरिया सरकार के द्वारा 8 करोड रुपए इस पार्क पर खर्च किए जा रहे हैं। इस पार्क में कोरिया के आर्किटेक्ट के द्वारा किंग पवेलियन का निर्माण किया गया है जो दक्षिण कोरिया के राजा किंगशुरो का अपना प्रतीक है तो वहीं भारत सरकार की ओर से इस पार्क में क्वीन पवेलियन का निर्माण कराया गया है जिनके बारे में कहा जाता है कि अयोध्या की महारानी जो यहां से समुद्र के रास्ते कोरिया तक पहुंची और वहां कि राजा के साथ विवाह हुआ था उस ऐतिहासिक संबंधों को प्रदर्शित करने के लिए अयोध्या के सरयू तट पर किंग पवेलियन के सामने पार्क बनाया गया है और बीच में एक तालाब बनाया गया है जो समुद्र के प्रतीक ग्रुप में दर्शाया गया है जिसके ऊपर से एक सेतु का निर्माण हुआ किया गया है जो किंग पवेलियन को जोड़ता है वहीं दक्षिण कोरिया में माना जाता है कि किंगशुरो को लेकर माना जाता है कि वह दैवीय शक्ति से पैदा हुए थे जिसको लेकर इस पाठ में एक गोल्डन एग का भी निर्माण किया जा रहा है जिसमें दर्शाया जाएगा कि किंग सुरों की उत्पत्ति हुई थी इसके साथ ही एक ओपन है थिएटर का भी निर्माण किया गया है वही एक वैलनेस सेंटर का भी निर्माण किया गया है जिसमें योगा वाह व्यायाम किया जा सकेगा प्रदर्शनी के लिए बीच का तो वहीं इस पार्क को लेकर बनाएंगे बाहर की दीवारों को भी कोरियाई शैली पर तैयार किया गया है।
अयोध्या पहुंचा 9 सदस्य कोरियाई टीम अयोध्या में दीपोत्सव के दौरान इंडो कोरियन पार्क का लोकार्पण किया जाएगा। जिसको लेकर आज 9 सदस्य कोरियाई टीम अयोध्या पहुंची है। जहां पार्क में प्रवेश से लेकर बाहर निकलने वाले सभी मार्गों के साथ तैयार किए जा रहे पार्क की तैयारी का जायजा लिया और निरीक्षण के बाद तैयार किए जा रहे इस पार्क को लेकर दक्षिण कोरिया की सरकार को इसका रिपोर्ट भेजा जाएगा जिसके आधार पर ही इसका पार्क का उद्घाटन किया जाएगा। जिसमें अभी तक माना जा रहा है कि दक्षिण कोरिया के राजदूत इसका उद्घाटन करेंगे। इस दौरान आर्किटेक्ट द्वारा बताए गए जानकारी के मुताबिक दीपोत्सव के दौरान पार्क के मुख्य गेट पर फीता काटने के बाद इस पार्क का उद्घाटन किया जाएगा।