बुधवार की सुबह अयोध्या में स्थानीय नागरिकों की मदद से एक विशाल मगरमच्छ को वन विभाग के कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा | ये जानवर शिकार की तलाश में सरयू नदी से निकल कर रिहायशी इलाके में आ गया था | वहीँ सरयू नदी में पाए गए मगरमच्छ को लेकर अयोध्या के डीएफओ मनोज खरे का अजीबोगरीब बयान आया है। उन्होंने कहा कि सरयू नदी मगरमच्छ का घर है और भी मगरमच्छ हो सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि पकड़े गए मगरमच्छ को दोबारा सरयू नदी में छोड़ दिया गया। आशंका है कि यह मगरमच्छ द्वारा आबादी वाले इलाके में आ सकता है।राम नगरी अयोध्या की सरयू नदी में मगरमच्छ की आमद बढ़ गई है जिससे स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को अब खतरा बढ़ गया है।
Ram Mandir Caser : 30 वें दिन की सुनवाई में अधिवक्ता जफरयाब जिलानी ने कोर्ट में कहा था कि राम चबूतरा राम का जन्मस्थान है चौकाने वाली बात ये है कि जिस सरयू नदी को डीएफओ साहब मगरमच्छों का घर बता रहे हैं उसी पवित्र नदी में रोजाना हजारों लोग पुन्य की डुबकियां लगाते हैं ,अब अगर ये खतरनाक जानवर किसी श्रद्धालु पर हमला कर दें तो अंजाम क्या होगा ये कह पाना मुश्किल नहीं है | फिर भी डीएफओ साहब ने न सिर्फ एक खरनाक जानवर को फिर से नदी के खुले पानी आज़ाद करा दिया बल्कि ये भी दावा कर रहे हैं कि नदी में और मगरमच्छ हो सकते हैं | बड़ा सवाल यही है कि अगर इंसान के लिए खतरनाक जानवर सरयू नदी में मौजूद हैं तो इन्हें पकड़ कर सुरक्षित स्थान पर क्यूँ नही पहुँचाया जा रहा जहां ये भी सुरक्षित रहे और आम आदमी भी | आखिर क्यूँ इन खतरनाक जानवरों को यूं खुले में छोड़कर आम इंसान के लिए ख़तरा पैदा किया जा रहा है |