मोहम्मद इकबाल अंसारी ने कहा कि श्री श्री रविशंकर का अयोध्या में स्वागत है, लेकिन मंदिर-मस्जिद विवाद पर अब सुलह को कोई गुंजाइश नहीं बची है। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करेंगे, लेकिन हमें सुलह का प्रस्ताव मंजूर नहीं है। मोहम्मद इकबाल अंसारी का मानना है कि श्री श्री का अयोध्या दौरा महज पॉलिटिकल स्टंट है, जो गुजरात और यूपी नगर निगम चुनाव (UP Nagar Nigam Chunav) के मद्देनजर हो रहा है। फिलहाल वो गलत राजनीति में फंस रहे हैं।
मोहम्मद इकबाल अंसारी ने कहा कि मंदिर-मस्जिद का मुद्दा कोर्ट से बाहर सुलझ नहीं सकता है। ऐसे यह मुद्दा न तो सुलझ सकता है और न ही कोई सुलझाना चाहता है। उन्होंने कहा कि लोग राजनीतिक स्वार्थ के निहितार्थ चुनाव से पहले मंदिर-मस्जिद का राग अलापते हैं। उनका मकसद इस मुद्दे के जरिए राजनीतिक रोटियां सेकने का होता है। इकबाल अंसारी ने कहा कि हम लोग भी देखेंगे कि श्री श्री रविशंकर कौन सा फॉर्मूला लेकर आते हैं।
अयोध्या दौरे से पहले श्री श्री रविशंकर ने बुधवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। श्री श्री रविशंकर का दावा है कि वो मंदिर-मस्जिद विवाद का हल सुलझा लेंगे। इसके लिए वो शिया और सुन्नी वक्फ बोर्ड के साथ ही हिंदू पक्षकारों से भी मुलाकात कर चुके हैं। उनका कहना था कि वह मंदिर-मस्जिद मुद्दे पर आपसी समझौते से कोई हल निकालना चाहेंगे।