राम नगरी अयोध्या के सरयू तट से जल भरकर बाबा भोलेनाथ को चढ़ाने के लिए लाखों की संख्या में शिवभक्त गोंडा, बलरामपुर, बस्ती, बहराइच, श्रावस्ती, अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, बाराबंकी के साथ नेपाल से भी कई शिवभक्त अयोध्या पहुंचते हैं। और सरयू तट पर स्नान कर सभी शिव भक्तों अपने मानता के अनुसार गोंडा बस्ती के साथ अन्य शिव स्थलों के लिए कांवड़ लेकर नंगे पांव जाते हैं। लेकिन इस वर्ष इन कांवड़ यात्रा को लेकर प्रदेश सरकार व्यापक व्यवस्था दिए जाने का दावा कर रही है वहीं अयोध्या का यह सरयू पुल इन दावों की पोल खोलता नजर आ रहा है अयोध्या से गोंडा जोड़ने वाला है यह पुल से बड़ी संख्या में शिवभक्त अयोध्या पहुंचेंगे लेकिन इस पुल की हालत इस तरह की इस पर नंगे पांव नहीं चल सकते यहां पुल बहुत ही पुराना है जिसके चलते इस पुल के कई हिस्से टूट कर गिर भी चुके हैं लेकिन सिर्फ कच्ची दीवारों से उसे घेर दिया गया और कई स्थानों पर रेलिंग भी टूटे हुए हैं इसके साथ ही सड़कों की हालत इस तरह है कि सिर्फ गड्ढा ही दिखाई दे रहे हैं ऐसे में कांवरियों की पैरों को कितना तकलीफ देगा इसका अंदाजा अभी प्रशासनिक अधिकारी नहीं लगा सके। पूर्व में अयोध्या दौरे पर आए प्रमुख सचिव ने गोंडा बस्ती व फैजाबाद के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि जल्द से जल्द सड़कों को दुरुस्त करा दिया जाए लेकिन अयोध्या का यह सरयू पुल को देख कर लगता है कि सचिव के निर्देश का कितना असर इन अधिकारियों पर है।